किच्छा में कोरोना टेस्ट किट के साथ पैथोलॉजी संचालक दबोचा, दो हजार में करता था एंटीजन टेस्ट
एंटीजन टेस्ट करने वाले पैथोलॉजी लैब संचालक को पुलिस ने किट के साथ दबोच लिया। वह एक टेस्ट के दो हजार रुपये लेता था। सरकारी अस्पतालों में ही उपलब्ध होने वाली किट उसके द्वारा मुरादाबाद से मंगवाई गई थी। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जागरण संवाददाता, किच्छा : अवैध रूप से लोगों के घर में जाकर एंटीजन टेस्ट करने वाले पैथोलॉजी लैब संचालक को पुलिस ने किट के साथ दबोच लिया। वह एक टेस्ट के दो हजार रुपये लेता था। सरकारी अस्पतालों में ही उपलब्ध होने वाली किट उसके द्वारा मुरादाबाद से मंगवाई गई थी। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ भा.द.स. की धारा 188,269,270 व 3 महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
प्रभारी निरीक्षक चंद्रमोहन सिंह के निर्देश पर एसआई हेम चंद्र हरड़िया, का. कुलदीप सिंह, दीपक बोरा के साथ आदित्य चौक पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर बाइक नंबर यूके 06 एक्स 5410 पर कोरोना किट की कालाबाजारी की सूचना पर घेराबंदी कर बाइक को रोक लिया। उस पर सवार राजू ढाली पुत्र रवि ढाली निवासी बंगाली कॉलोनी आजादनगर किच्छा के गले में लटके बैग की तालाशी ली तो उसमे कोरोना संक्रमण की जांच के लिए एंटीजन किट बरामद कर ली। उससे लाइसेंस मांगे जाने पर वह कोई टेस्ट संबंधित आदेश नहीं दिखा पाया।
उसने बताया कि लालपुर में उसकी आईडीएल पैथोलॉजी लैब है, और एक टेस्ट के वह दो हजार रुपये लेता है। यह टेस्ट सरकारी अस्प्ताल में ही हो सकता है। उसने पैसे के लालच में यह किट मुरादाबाद से मंगवाई थी। इसकी सूचना सीएचसी चिकित्सा अधीक्षक को दी तो उन्होंने मौके पर डा. आरके दूबे, चीफ फार्मासिस्ट सत्यप्रकाश आर्य, लैब टैक्निशिनियन केपी श्रीवास्तव को भेज दिया। उन्होने किट का परीक्षण कर बताया कि यह किट केवल सरकारी अस्पताल में ही प्रयोग की जा सकती है। प्रभारी निरीक्षक चंद्रमोहन सिंह ने बताया आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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