तेज धूप में स्टेशन पर घंटों खड़े रहे कई राहगीर, एक का दस देना पड़ा किराया
कोविड संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू कफ्र्यू में घर से बाहर कदम रखना महंगा पड़ रहा है। रविवार को कफ्र्यू के दौरान लोगों को वाहन के लिए घंटों भटकना पड़ा फिर साधन मिला भी तो जेब अधिक ढीली करनी पड़ी।
गणेश पांडे, हल्द्वानी : कोविड संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू कफ्र्यू में घर से बाहर कदम रखना महंगा पड़ रहा है। रविवार को कफ्र्यू के दौरान लोगों को वाहन के लिए घंटों भटकना पड़ा, फिर साधन मिला भी तो जेब अधिक ढीली करनी पड़ी। ऐसे में कई टैक्सी संचालकों ने मजबूरी का फायदा उठाने में कसर नहीं छोड़ी। मनमानी पर उतरे टैक्सी चालकों ने तीन से चार गुना तक किराया वसूल किया। हालांकि अधिकांश लोग मजबूरी वश घरों से निकल रहे हैं। अस्पष्ट निर्देशों की वजह से भी दुविधा की स्थिति बनती दिखाई दी।
केस-1
जल्दबाजी का सफर पड़ा महंगा
द्वाराहाट शादी समारोह से लौट रहे मनीष को हल्द्वानी के सफर के 440 रुपये भुगतान करना पड़ा। सामान्य दिनों में द्वाराहाट से हल्द्वानी का किराया 220 रुपये लिया जाता है। 50 प्रतिशत क्षमता से सवारी बिठाने के आदेश के चलते केमू ने किराया दोगुना कर दिया है।
केस-2
तीन घंटे स्टेशन पर रहना पड़ा खड़ा
रुद्रपुर निवासी इंद्रा देवी पांच दिन पहले बेटे के साथ जौरासी में शादी में शामिल होने गई थी। घर की परेशानी से रविवार को लौटना था तो हल्द्वानी का किराया 480 चुकाना पड़ा। रुद्रपुर के लिए बस के इंतजार में रोडवेज स्टेशन के बाहर तीन घंटे खड़ा रहना पड़ा।
केस-3
चार गुना किराये की मांग
टनकपुर में कार्यरत महेंद्र को शादी में शामिल में होने के लिए भवाली जाना था। हल्द्वानी तो पहुंच गए, लेकिन यहां टैक्सी वाले 800 रुपये बुकिंग पर अड़े रहे। अपने परिवार के साथ आए महेंद्र को स्टेशन पर एक घंटे इंतजार के बाद केमू की बस मिल पाई।
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