निजी स्कूलों से परेशान अभिभावकों ने की डीएम से अतिरिक्त शुल्क लेने की शिकायत

अभिभावकों को इस ट्यूशन फीस के नाम पर वसूली जारी है। उन्होंने कहा कि 15 दिन के भीतर यदि समस्या का निस्तारण नहीं किया जाता है तो अभिभावक गण मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 10 Aug 2021 11:32 PM (IST) Updated:Tue, 10 Aug 2021 11:32 PM (IST)
निजी स्कूलों से परेशान अभिभावकों ने की डीएम से अतिरिक्त शुल्क लेने की शिकायत
न्यायालय एवं शासन के आदेश के बाद भी ट्यूशन के अलावा अतिरिक्त शुल्क लेने से बाज नहीं आ रहे हैं।

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : उच्च न्यायालय एवं शासन की ओर से जारी आदेश के बाद भी निजी स्कूल संचालक ट्यूशन फीस के अलावा अतिरिक्त शुल्क लेने से बाज नहीं आ रहे हैं। अभिभावकों ने जिलाधिकारी को शिकायत पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही कहा है कि एक वर्ष पहले उनकी ओर से जांच कराने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

बिगवाड़ा निवासी किरनदीप सिंह विर्क ने जिलाधिकारी को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि कोरोना काल से प्राइवेट स्कूलों की ओर से ट्यूशन फीस के नाम पर मनमानी फीस वसूलने के संबंध में कई शिकायतें पत्र जनहित में एवं शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को दिए गए हैं। जिसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर तीन सदस्य कमेटी गठित मुख्य शिक्षा अधिकारी, नगर आयुक्त एवं मुख्य कोषाधिकारी को शामिल किया गया था। ट्यूशन फीस के नाम पर हो रहे उत्पीड़न के संबंध में निजात दिलाने के लिए करीब एक वर्ष पूर्व जांच के लिए निर्देशित किया गया था। जिसकी रिपोर्ट अब तक ना तो शिकायतकर्ता को उपलब्ध कराई गई और ना ही प्राइवेट स्कूलों पर इस संबंध में कोई कार्यवाही की गई।

इससे त्रस्त होकर अभिभावक आठ अप्रैल, 2021 को मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरने पर बैठे थे। उस समय मुख्य शिक्षा अधिकारी की ओर से उनके पांच सूत्री मांग को सुना और समस्याओं पर 15 दिन के भीतर निस्तारण करने का आश्वासन दिया गया। जिसके बाद धरना खत्म किया गया था। कहा कि लगभग चार माह बीतने को है, लेकिन निजी स्कूल प्रबंधकों पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। अभिभावकों को इस ट्यूशन फीस के नाम पर वसूली जारी है। उन्होंने कहा कि 15 दिन के भीतर यदि समस्या का निस्तारण नहीं किया जाता है, तो अभिभावक गण मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे। जिसका संपूर्ण उत्तरदायी जिला प्रशासन होगा। उन्होंने मनमानी फीस वसूल रहे स्कूलों पर कार्रवाई की मांग की है।

chat bot
आपका साथी