पंतनगर ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की उम्मीद जगी, कैबिनेट ने प्रस्ताव पर लगाई मुहर

पंतनगर ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने की कैबिनेट ने मुहर लगा दी है। इसके लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को छह माह में डीपीआर तैयार करने के लिए कंसल्टेंट बनाया गया है। इससे लोगों को एयरपोर्ट बनने की उम्मीद जग गई है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 09:48 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 09:48 PM (IST)
पंतनगर ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की उम्मीद जगी, कैबिनेट ने प्रस्ताव पर लगाई मुहर
डीपीआर तैयार होते ही करीब 11 सौ एकड़ में प्रस्तावित एयरपोर्ट का काम शुरू हो जाएगा।

जागरण संवाददाता, पंतनगर : लंबे समय से अटरिया रोड स्थित प्रस्तावित पंतनगर ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने की कैबिनेट ने मुहर लगा दी है। इसके लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को छह माह में डीपीआर तैयार करने के लिए कंसल्टेंट बनाया गया है। इससे लोगों को एयरपोर्ट बनने की उम्मीद जग गई है। डीपीआर तैयार होते ही करीब 11 सौ एकड़ में प्रस्तावित एयरपोर्ट का काम शुरू हो जाएगा। इससे न केवल देश के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ाने शुरू हो जाएंगी, बल्कि जरूरत पडऩे पर वायुसेना के लिए भी प्रयोग किया जा सकेगा। बताया जाता है कि उत्तराखंड की सीमा से चीन व नेपाल का क्षेत्र लगा है।

यूएस नगर में पंतनगर सिडकुल, सितारगंज सिडकुल व काशीपुर सिडकुल है। इनमें देश-विदेश की कंपनियां लगी हैं। कुछ ऐसी भी कंपनियां हैं, जिनमें कोई तकनीकी दिक्कत होने पर उसे ठीक करने के लिए विदेश से एक्सपर्ट आते हैं। इसके अलावा काशीपुर व महुआखेड़ा इंडस्ट्रीयल एरिया है। खुरपिया फार्म किच्छा में करीब एक हजार दो एकड़ भूमि पर अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रीयल कारीडोर के तहत उद्योग लगाने की योजना है। इसका सर्वे भी हो चुका है। लोगों को कम समय में सफर करना पड़े, इसके लिए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की जरूरत पड़ी। बताया जाता है कि उत्तराखंड से नेपाल व चीन की सीमा लगी है। ऐसे में जरूरत पडऩे पर एयरपोर्ट का वायुसेना के लिए उड़ाने भरने मेें आसानी होगी। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की टीम भी राज्य सरकार की टीम के साथ करीब एक साल पहले भी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का सर्वे कर चुकी है।

बताया जाता है कि डीपीआर तैयार करते समय भी देखा जाएगा कि अंतरराष्ट्रीय मानक के तहत विदेश से आने वालों को दफ्तर, बिङ्क्षल्डग की क्षमता, रनवे, पार्किंग आदि सुविधाएं देखी जाएगी। यह भी देखा जाएगा कि यदि बारिश होती है तो जल निकासी की क्या सुविधा होगी और कैसे जल निकासी की जा सकती है। बताया जाता है कि एयरपोर्ट तैयार होने में करीब 48 से 50 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं। एयरपोर्ट केंद्र या राज्य सरकार तैयार करेगी या किसी निजी कंपनी को ठेका दिया जाएगा या पार्टनरशिप में तैयार होगा।

पंतनगर एयरपोर्ट के निदेशक राजीव पुनेठा ने बताया कि यूएस नगर ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिए डीपीआर तैयार होगी। इसके बाद एयरपोर्ट का निर्माण होगा। इससे देश विदेश में सफर करने में आसानी होगी।

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