अल्मोड़ा महोत्सव की पेंटिंग बढ़ाएंगी आर्ट गैलरी की शोभा, चित्रकारों को प्रोत्साहित करने को कवायद तेज

डीएम ने गुरुवार को फलसीमा गांव से लगे नाट्य अकादमी भवन में प्रस्तावित गैलरी की तैयारी व व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि आर्ट गैलरी विकसित होने से पर्यटकों को पहाड़ खासतौर पर अल्मोड़ा की संस्कृति को करीब से जानने का मौका मिलेगा।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 09:52 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 09:52 PM (IST)
अल्मोड़ा महोत्सव की पेंटिंग बढ़ाएंगी आर्ट गैलरी की शोभा, चित्रकारों को प्रोत्साहित करने को कवायद तेज
डीएम ने कहा कि भविष्य में प्रसिद्ध पेंटरों को आमंत्रित कर उनकी पेंटिंग को यहां भी लगाया जाएगा।

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने उदय शंकर नाट्य अकादमी का जायजा लिया। पर्यटन विभाग की ओर से प्रस्तावित आर्ट गैलरी का निरीक्षण किया। कहा कि गैलरी में प्रसिद्ध चित्रकारों की पेटिंग लगाई जाएंगी। खासतौर पर अल्मोड़ा महोत्सव के दौरान बनाई गई पेंटिंग्स को महत्व दिया जाएगा।

डीएम ने गुरुवार को फलसीमा गांव से लगे नाट्य अकादमी भवन में प्रस्तावित गैलरी की तैयारी व व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि आर्ट गैलरी विकसित होने से पर्यटकों को पहाड़ खासतौर पर अल्मोड़ा की संस्कृति को करीब से जानने का मौका मिलेगा। पेटिंग के जरिये सैलानी व अध्ययनकर्ताओं को एक ही छत के नीचे काफी जानकारी भी हासिल हो सकेगी। साथ ही पेंटिंग से जुड़ी प्रतिभाओं को रोजगार भी मिलेगा।

 जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे को निर्देश दिए कि उचित स्थान का चयन कर वॉल पेंटिंग भी लगाई जाएं। फिलहाल गैलरी में 14 वॉल पेटिंग हैं। डीएम ने कहा कि भविष्य में प्रसिद्ध पेंटरों को आमंत्रित कर उनकी पेंटिंग को यहां भी लगाया जाएगा। उन्होंने इइ ग्रामीण निर्माण विभाग नितिन पांडे को निर्देश दिए कि अवशेष कार्य जल्द पूरा करें। उन्होंने क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी चंद्र सिंह चौहान से कहा कि स्थायी स्वच्छक की नियुक्ति करें। साथ ही भावी कार्यों का आगणन तैयार कर भेजने को भी कहा ताकि धनराशि उपलब्ध हो सके। इस दौरान आपदा प्रबंधन अधिकारी राकेश जोशी, युसूफ तिवारी आदि भी मौजूद रहे। इससे मनोरंजन के साथ ही रचनात्मकता को हौसला मिलेगा। इसके अलावा लोग पहाड़ी संस्कृति और लोक कला से रूबरू होंगे। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। अधिकारियों ने कहा कि लोग महामारी में थोड़ा अवसाद में हैं। इस आयोजन व रचनात्मक गतिविधियों से उनका हौसला बढ़ेगा। बच्चे स्कूल नहीं जा पाए हैं। अभिभावकों को एेसे रचानात्मक माहौल के आयोजनों में जरूर शरीक होना चाहिए।

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