सरकार के खिलाफ गरजे आउटसोर्सिंग कर्मी, जलापूर्ति रोके रहने पर अड़े
शुक्रवार को जल संस्थान के संविदा श्रमिक संघ ने गांधी पार्क में सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सरकार उनके मांगों की लगातार अनदेखी कर रही है। पिछले 25 सालों से ठेकेदार के अंदर कार्य करने को मजबूर है।
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : जलसंस्थान ने संविदा श्रमिक संघ के अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। आउसोर्सिंग कार्मिकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नही होती तब तक वह जलापूर्ति सुचाुरु नही करेंगे। मौके पर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
शुक्रवार को जल संस्थान के संविदा श्रमिक संघ ने गांधी पार्क में सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सरकार उनके मांगों की लगातार अनदेखी कर रही है। पिछले 25 सालों से ठेकेदार के अंदर कार्य करने को मजबूर है। मंहगाई इन सालों में कई गुना बढ़ गई है। लेकिन कर्मियों का मानदेय सात से आठ हजार रुपया ही है। आउटसोर्सिंग कार्मिक 10 से 12 घंटे कार्य कर रहे हैं। कार्मिकों को मेहनत का उचित मानदेय नही मिल रहा है। उनकी प्रमुख मांगें नियमितिकरण किया जाए।
समान कार्य के लिए समान वेतन, वर्तमान में महंगाई को देखते हुए न्यूनतम मानदेय 25 हजार रुपए किया जाए है। उन्होंने उपनल के माध्यम से नियुक्ति प्रदान किए और साप्ताहिक अवकाश दिए जाने की मांग की है। जनप्रतिनिधि से लेकर उच्चाधिकारियों को इस संबंध में पिछले दो दशकों से पत्राचार किया जा रहा है। लेकिन आज तक आश्वासन के अलावा कुछ नही मिला। इस बार आर-पार की लड़ाई होगी। जब तक मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नही होती आंदोलन जारी रहेगा।
इस अवसर पर महेंद्र मेर, भोपाल सिंह, दीपक सिंह फत्र्याल, राजेश सुयाल, चंद्रशेखर पांडे, संतोष सिंह, अर्जुन सिंह, जयपाल मेहता, ललित मोहन बिष्ट, पारितोष जोशी, विक्रम सिंह, धन सिंह बिष्ट, कैलाश सिंह कनवाल, दीपक सिंह, गोविंद भोज, कुंदन कनवाल, ललित मोहन, सुशील जोशी, आन सिंह आदि मौजूद थे।