नैनीताल खंड में 109 नहरों में से 17 ही हो सकी हैं चालू, सिंचाई विभाग पर भड़के कमिश्नर

आपदा के बाद अब व्यवस्थाएं सुचारू करने की चुनौती हैं। इसके बावजूद कुछ अधिकारी सुधरने को तैयार नहीं हैं। मंगलवार को मंडलायुक्त सुशील कुमार ने अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जब सिंचाई विभाग की प्रगति रिपोर्ट जानी तो हैरान करने वाली थी।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 09:44 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 09:44 AM (IST)
नैनीताल खंड में 109 नहरों में से 17 ही हो सकी हैं चालू, सिंचाई विभाग पर भड़के कमिश्नर
नैनीताल खंड में 109 नहरों में से 17 ही हो सकी हैं चालू, सिंचाई विभाग पर भड़के कमिश्नर

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : आपदा के बाद अब व्यवस्थाएं सुचारू करने की चुनौती हैं। इसके बावजूद कुछ अधिकारी सुधरने को तैयार नहीं हैं। मंगलवार को मंडलायुक्त सुशील कुमार ने अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जब सिंचाई विभाग की प्रगति रिपोर्ट जानी तो हैरान करने वाली थी। सिंचाई विभाग ने 109 नहरों में से केवल 17 चालू की हैं। इस पर कमिश्नर ने नाराजगी जताई और युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए। वहीं, 23 अक्टूबर को सीएम ने भी बैठक के दौरान सिंचाई विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे।

बैठक में कमिश्नर ने सभी अधिकारियों से दो टूक कहा कि आपदा कार्यों को हल्के में कतई न लें। ढिलाई बरतने पर कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने आपदा क्षेत्रों में मरम्मत कार्यों के साथ ही स्थायी कार्य प्रस्ताव भी बनाने के निर्देश दिए। आयुक्त ने कहा कि आपदा के दौरान अत्यधिक भूकटाव हुआ है, जिनमें अब बाढ़ सुरक्षा कार्य किए जाने हैं। इसलिए अधिकारी क्षेत्रों में जाकर धरातलीय निरीक्षण करें व बाढ़ सुरक्षा प्रस्ताव शीघ्र प्रस्तुत करें।

सभी अधिकारी डीएम को भेजें प्रस्ताव

कमिश्नर ने गरमपानी, खैरना, रामगढ़, बेतलाघाट, ओखलकांडा सहित मंडल के सभी आपदा ग्रस्त क्षेत्रों के काम प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंडल के सभी अधिकारी अपने विभागीय क्षति के एक लाख 50 हजार तक के प्रस्ताव तुरंत डीएम को भेजें। ऊर्जा निगम के अधिकारी ने बताया कि अभी भी 12 हजार उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति की जानी है। मुख्य अभियंता लोनिवि ने बताया कि जिले में सभी एनएच व राज्य सड़के खोल दी गई हैं। इसके अलावा 37 सड़कों पर कार्य प्रगति पर है। उन्होंने निर्धारित समय के भीतर सड़कों को गड्डामुक्त करने के निर्देश दिए।

ये अधिकारी रहे मौजूद

बैठक में उप निदेशक अर्थ एवं संख्या राजेन्द्र तिवारी, मुख्य अभियंता लोनिवि दीपक यादव, ओम प्रकाश, मुख्य अभियंता विद्युत नीरज कुमार, अनिल सिंह गब्र्याल, मुख्य अभियंता सिंचाई चन्द्र शेखर सिंह, अधीक्षण अभियंता विकास श्रीवास्तव, एमके खरे, सीपी भट्ट, आरपी सिंह, पीके दीक्षित, अधीक्षण अभियंता लोनिवि राजेन्द्र सिंह, एमपीएस रावत, पीएस नबियाल, जेपी गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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