कोरोना रिपोर्ट के बाद ही श्रद्धालुओं को नेपाल में मिलेगा प्रवेश

अब नेपाल प्रशासन ने मां पूर्णागिरि धाम के दर्शन के बाद सिद्धनाथ मंदिर के दर्शन को जा रहे श्रद्धालुओं की आवाजाही पर रोक लगा दी है। पूर्व में जांच को लेकर प्रशासन ने पहल की थी तो नेपाल के व्यपारियों ने विरोध जताते हुए इंस्पेक्टर की धुनाई कर दी थी।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 05:57 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 05:57 PM (IST)
कोरोना रिपोर्ट के बाद ही श्रद्धालुओं को नेपाल में मिलेगा प्रवेश
अब व्यापारी भी कोविड-19 की रिपोर्ट के बाद ही नेपाल में प्रवेश करने की बात कह रहे हैं।

जागरण संवाददाता, टनकपुर : भारत में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए अब नेपाल प्रशासन ने मां पूर्णागिरि धाम के दर्शन के बाद सिद्धनाथ मंदिर के दर्शन को जा रहे श्रद्धालुओं की आवाजाही पर रोक लगा दी है। रोक के बाद श्रद्धालुओं को मायूस होकर लौटना पड़ा। पूर्व में भी कोरोना जांच को लेकर प्रशासन ने पहल की थी तो नेपाल के व्यपारियों ने विरोध जताते हुए इंस्पेक्टर की धुनाई कर दी थी। अब व्यापारी भी सुरक्षा की दृष्टि से कोविड-19 की रिपोर्ट के बाद ही नेपाल में प्रवेश करने की बात कह रहे हैं।

   भारत में कोरोना महामारी के बढ़ते कदम को देखते हुए पड़ोसी देश नेपाल ने भारतीय श्रद्धालुओं की आवाजाही पर रोक लगा दी है। सोमवार को जब मां पूर्णागिरि धाम के दर्शन के बाद जब भारतीय श्रद्धालु दर्शन को ब्रहमदेव मंडी स्थित सिद्धनाथ मंदिर दर्शन को जा रहे थे। तब नेपाल सीमा पर नेपाल पुलिस प्रशासन व महेंद्र नगर जिला कंचनपुर नेपाल की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें जाने से रोक दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना की रिपोर्ट साथ में लेकर आने के बाद ही सिद्धनाथ मंदिर में दर्शन के लिए अनुमति प्रदान की जाएगी। इधर परिवार के साथ आए पीलीभीत के अमित कुमार ने बताया कि वह हर वर्ष मां के दर्शन के बाद सिद्धबाबा दर्शन को जाते है। कोरोना के बढते प्रकोप को देखते हुए उन्हें नेपाल प्रशासन द्वारा वापस भेज दिया गया। इधर एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने बताया कि इस समय कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। भारतीय श्रद्धालुओं को रोके जाने पर कहा कि यह नेपाल प्रशासन का निर्णय है।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी