डिप्रेशन से बचाने के लिए पुलिसकर्मियों के स्वजनों के लिए ऑनलाइन क्लास

अकेलेपन व खालीपन से बचाने के लिए इंटरनेट मीडिया इस प्रतियोगिता में शामिल होने का माध्यम बन रहा है। विभिन्न वाट्सएप समूहों के माध्यम से आनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। उत्तराखंड पुलिस वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष अलकनंदा अशोक सभी को प्रोत्साहित कर रही हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 04:15 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 04:15 PM (IST)
डिप्रेशन से बचाने के लिए पुलिसकर्मियों के स्वजनों के लिए ऑनलाइन क्लास
क्रिएटिव योग कक्षा में लोग विभिन्न तरह के आसन व प्राणायाम के चित्र व तरीके साझा कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कोरोना के चलते कफ्र्यू व लॉकडाउन में बच्चे, बड़े सभी घर में कैद हैं। ऐसे में मानसिक डिप्रेशन से बचाने को आनलाइन क्लास चलाई जा रही है। जिसमें पुलिस विभाग के स्वजन आनलाइन तरीके से हिस्सा ले रहे हैं।

अकेलेपन व खालीपन से बचाने के लिए इंटरनेट मीडिया इस प्रतियोगिता में शामिल होने का माध्यम बन रहा है। विभिन्न वाट्सएप समूहों के माध्यम से आनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। जिसमें सभी उम्र वर्ग के लिए अलग-अलग प्रतियोगिताएं शामिल हैं। जिसके लिए उत्तराखंड पुलिस वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष अलकनंदा अशोक सभी को प्रोत्साहित कर रही हैं। इसी के साथ कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए कल्याण के अन्य कई कार्य भी किए जा रहे हैं। जिससे कर्मचारियों के स्वजनों को मानसिक संबल मिल रहा है।

बच्चों की चित्रकला व महिलाओं के सिलाई-कढ़ाई

नैनीताल जिले में बच्चों के लिए आनलाइन क्लास चलाई जा रही है। जिसमें कोरोना महामारी से जुड़े विभिन्न विषयों पर बच्चे अपनी रचनात्मकता को साझा कर रहे हैं। इसी के साथ महिलाओं के लिए कताई, बुनाई, कढ़ाई, सिलाई, ब्यूटी पार्लर आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें महिलाएं कोविड महामारी के दृष्टिगत मास्क बनाने का कार्य भी कर रही हैं। इस तरह कोरोना अवधि में सभी को व्यस्त रखने के साथ ही रचनात्मक सहभागिता कराई जा रही है। क्रिएटिव योग कक्षा में लोग विभिन्न तरह के आसन व प्राणायाम के चित्र व तरीके एक दूसरे से साझा कर रहे हैं।

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