डीएम सहित अधिकारी पंचायत बोर्ड की बैठक से नदारद, धरने पर बैठे बोर्ड सदस्य

डीएम रंजना राजगुुरु सहित कई जिला स्तरीय अधिकारी नहीं दिखे तो जिला पंचायत सदस्यों का पारा चढ़ गया। नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पर धरने पर बैठ गए। मनाने के लिए एडीएम व संयुक्त मजिस्ट्रेट पहुंचे तो डीएम को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 10:33 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 10:33 PM (IST)
डीएम सहित अधिकारी पंचायत बोर्ड की बैठक से नदारद, धरने पर बैठे बोर्ड सदस्य
जिला योजना में जिला पंचायत को डीएम की तरफ से बजट का आवंटन नहीं किया गया

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में डीएम रंजना राजगुुरु सहित कई जिला स्तरीय अधिकारी नहीं दिखे तो जिला पंचायत सदस्यों का पारा चढ़ गया। नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पर धरने पर बैठ गए। मनाने के लिए एडीएम व संयुक्त मजिस्ट्रेट पहुंचे तो डीएम को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। सामूहिक इस्तीफा देने की चेतावनी तक दे डाली। इधर, डीएम ने धरनास्थल पर जाने से मना कर दिया। कहा कि जनप्रतिनिधि उनके कक्ष में आकर समस्या से अवगत करा सकते हैं।

जनप्रतिनिधियों व डीएम के बीच तनातनी पर विधायक राजकुमार ठुकराल ने भी मामले को सुलझाने का प्रयास किया मगर बात नहीं बनी। जनप्रतिनिधियों के अनुसार सीएम ने डीएम को फोनकर जनप्रतिनिधियों की समस्या सुनने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद डीएम धरना स्थल पर नहीं आईं। कहा कि जिले में अफसरशाही हावी है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बाद में जनप्रतिनिधि उठकर जिला पंचायत भवन चले गए। आपात बैठक में ङ्क्षनदा प्रस्ताव पारित कर डीएम के ट्रांसफर की मांग उठा दी।

जिला पंचायत बोर्ड की सोमवार को जिला पंचायत भवन सभागार में बैठक हुई। इसमें कई जिला स्तरीय अधिकारी नदारद रहे। इससे खफा जिले के 34 जिला पंचायत सदस्य कलक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए। खटीमा से जिला पंचायत सदस्य अमर शंकर यादव, अरङ्क्षवद गौतम, जन्तुल फिरदौस, अफरोज जहां, असना अहमद ने आरोप लगाया कि जिला योजना में जिला पंचायत को डीएम की तरफ से बजट का आवंटन नहीं किया गया जबकि विधायकों के प्रस्ताव जिला योजना समिति में शामिल कर लिए गए। इसकी जानकारी जिला पंचायत को भी नहीं दी गई।

भाजपा नेता व पंचायतीराज मंत्री के प्रतिनिधि सुरेश गंगवार ने कहा कि यह जिला पंचायत का अपमान है। बार-बार बुलाने पर भी डीएम , एसएसपी सहित जिलास्तरीय अधिकारी बोर्ड बैठक में नहीं आकर सदन का अपमान कर रहे हैं। आखिर वह अपने -अपने क्षेत्रों में क्या मुंह लेकर जाएं। कोरोना काल का बहाना कर अधिकारी जिला पंचायत को गुमराह कर रहे हैं। एडीएम जगदीश चंद्र कांडपाल और विधायक ठुकराल के समझाने का भी असर नहीं हुआ। गंगवार ने कहा कि भाजपा की ही जिला पंचायत अध्यक्ष हैं, फिर भी बैठक में न आकर सदन का अपमान किया जा रहा है।

मामले में डीएम रंजना राजगुरु से जब यह पूछा गया कि क्या तीन बार मुख्यमंत्री ने उनको फोन किया तो डीएम का कहना था कि वह इस बारे में उन्हें कुछ नहीं कहना है।

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