सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने में जुटे अफसर, शिक्षक मुहैया कराने के साथ संसाधन भी दिए

हिमालय वाटर सर्विस तथा विकास एवं पर्यावरण संरक्षण समिति की एजुकेशन विंग साविद्या स्कूलों की स्थिति सुधारने में जुटी हुई है। जहां जो भी संसाधन या शिक्षक चाहिए वहां पर उन्हें उपलब्ध करा रही है। 2005 से शिक्षा क्षेत्र में संस्था की तरफ से काम किए जा रहे हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 04 Sep 2021 09:57 AM (IST) Updated:Sat, 04 Sep 2021 09:57 AM (IST)
सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने में जुटे अफसर, शिक्षक मुहैया कराने के साथ संसाधन भी दिए
दस प्राइमरी स्कूल, तीन जूनियर व दो इंटर कॉलेज में शिक्षा की मजबूती के लिए काम किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : अज्ञानता के अंधेरे को दूर करने के लिए पेशे से शिक्षक होना ही जरूरी नहीं है। इस बात को सेवानिवृत्त व कार्यरत अफसरों की संस्था हिमालय वाटर सर्विस तथा विकास एवं पर्यावरण संरक्षण समिति की एजुकेशन विंग साविद्या बखूबी साबित कर रहे हैं। साविद्या द्वारा चम्पावत के 15 स्कूलों में अपने स्तर से शिक्षक उपलब्ध करवाए गए थे। एक समय तक 56 शिक्षक हो गए थे। इसके अलावा सरकारी स्कूलों में बच्चों को ड्रेस, कक्षा में बैठने के लिए फर्नीचर भी उपलब्ध करवाए गए। 2005 से शिक्षा क्षेत्र में संस्था की तरफ से काम किए जा रहे हैं।

संस्था से जुड़े स्वास्थ्य विभाग के सेवानिवृत्त एडिशनल डायरेक्टर गोविंद बल्लभ बिष्ट ने बताया कि 2005 में सबसे पहले चम्पावत जिले के प्राइमरी कुलैठी को गोद लिया गया। वर्तमान में दस प्राइमरी स्कूल, तीन जूनियर व दो इंटर कॉलेज में शिक्षा की मजबूती के लिए काम किया जा रहा है। सेवानिवृत्त अफसर बिष्ट ने बताया कि पहाड़ के प्राइमरी स्कूल में अधिकांश दो शिक्षक होते हैं। इसलिए जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग के अफसरों से सहमति लेकर अपनी स्तर से एक शिक्षक उपलब्ध करवाया गया। आसपास के किसी शिक्षिक युवक को इसके लिए चुना गया। ताकि उसे रोजगार का अवसर भी उपलब्ध हो सके। बाद में राज्यसभा सदस्य रहे कैप्टन सतीश शर्मा ने चम्पावत में छह लाख रुपये साइंस लैब बनाने के लिए उपलब्ध करवाए थे। यहां कम्प्यूटर व अन्य उपकरण जुटाकर छात्रों को पढ़ाया जाता है। अब अन्य लोग भी संस्था की मदद करते हैं। बिष्ट के मुताबिक कोरोना काल की वजह से फिलहाल शिक्षकों की संख्या कम हो गई है। स्थिति ठीक होने पर और व्यवस्था की जाएगी।
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