Nursing Recruitment Exam Uttarakhand : उत्तराखंड में नर्सिंग भर्ती परीक्षा की डेट तीन बार बदली
Nursing Recruitment Exam Uttarakhand उत्तराखंड में नर्सिंग भर्ती परीक्षा मजाक बनकर रह गई है। दो बार विज्ञप्ति जारी करने और तीन बार परीक्षा तिथि घोषित करने के बावजूद राज्य सरकार परीक्षा का आयोजन नहीं करा पा रही है।
गणेश जोशी, हल्द्वानी : Nursing Recruitment Exam Uttarakhand : उत्तराखंड में नर्सिंग भर्ती परीक्षा मजाक बनकर रह गई है। दो बार विज्ञप्ति जारी करने और तीन बार परीक्षा तिथि घोषित करने के बावजूद राज्य सरकार परीक्षा नहीं करा पा रही है। जबकि राज्य में इंडियन पब्लिक हेल्थ स्टैंडर्ड (आइपीएचएस) के मानक के अनुसार ही नर्सों के 10 हजार से अधिक पद रिक्त हैं। करीब 746 नर्स ही कार्यरत हैं। राज्य सरकार की हीलाहवाली से नर्सिंग बेरोजगार आक्रोशित हैं। नर्सिंग भर्ती परीक्षा के लिए पहली बार 1238 पोस्ट के लिए 12 दिसंबर, 2020 को और दूसरी बार 2621 पदों के लिए नौ फरवरी, 2021 को विज्ञप्ति जारी की गई थी।
तीन बार टली परीक्षा
सात मार्च, 2021
15 अप्रैल, 2021
पांच जून, 2021
मानक के अनुसार दस हजार से अधिक पद रिक्त
राज्य में आइपीएचएस के मानक के अनुसार ही 10,500 पद रिक्त हैं। राज्य में करीब 746 पदों पर ही नर्सें कार्यरत हैं। कुछ जगह संविदा व उपनल से नर्सें कार्यरत हैं। पहली बार परीक्षा की जिम्मेदारी प्राविधिक शिक्षा परिषद को दी गई थी। जब भर्ती को लेकर विवाद बढ़ा। लेन-देन को लेकर विवादित ऑडियो वायरल होने लगे थे। अब इस संस्था से भी परीक्षा की जिम्मेदारी हटा दी गई है। आगे परीक्षा कब होगी? यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन राज्य सरकार ने 21 सितंबर को उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड को परीक्षा कराने की जिम्मेदारी दी है।
आपसी विवाद भी कम नहीं
नर्सिंग बेरोजगार भी आपस में उलझे हैं। एक पक्ष का कहना है कि सीनियर और अनुभवी नर्सों को वरीयता दी जाए। दूसरा पक्ष कहता है कि बिना अनुभव के सीधे परीक्षा करा दी जाए। एलिन वेलफेयर नर्सेड फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष बबलू ने बताया कि सरकार के रवैये से नहीं लग रहा है कि परीक्षा जल्द होगी। मगर सरकार को हर हाल में परीक्षा करानी चाहिए। यह बेरोजगारों के भविष्य का सवाल है।
क्या कहा अभ्यर्थियों ने
अभ्यर्थी सुनील साह बताते हैं कि नर्सिंग भर्ती के इंतजार में हम लोग मानसिक परेशानी से गुजर रहे हैं। सरकार पता नहीं कब भर्ती करेगी। हाल यह है कि तीन बार परीक्षा टल गई। अभ्यर्थी राजेश का कहना है कि नर्सिंग कोर्स कर चुके बेरोजगारों के लिए भर्ती एक उम्मीद की किरण बनकर आई। पर हर बार परीक्षा टलने से उम्मीदों पर झटका लगते रहा। नर्सिंग अभ्यर्थी ममता मासीवाल ने कहा कि राज्य सरकार को बेरोजगारों के भविष्य के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं पर फोकस करना होगा। नर्सिंग भर्ती तत्काल करवाई जानी चाहिए। यह राज्य हित में है।