नर्सेज फाउंडेशन ने बुद्ध पार्क में प्रदर्शन कर लगाई भर्ती की गुहार, तीन बार टल चुकी है नर्सिंग अधिकारी की भर्ती

युवाओं का कहना था कि स्वास्थ्य विभाग ने आठ महीने पहले नर्सिंग अधिकारियों 2621 पदों पर भर्ती निकाली गई थी। तमाम खामियों व विसंगतियों के चलते अब तक तीन बार परीक्षा स्थगित हो चुकी है। इसके बाद नए सिरे से भर्ती को लेकर कोई हलचल नहीं है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 03:18 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 03:18 PM (IST)
नर्सेज फाउंडेशन ने बुद्ध पार्क में प्रदर्शन कर लगाई भर्ती की गुहार, तीन बार टल चुकी है नर्सिंग अधिकारी की भर्ती
कोरोनाकाल में रात-दिन सेवा दे रहे तमाम अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते हैं।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : नर्सिंग अधिकारी बनने का सपना संजो रहे युवा सरकार के ढुलमुल रवैये से आहत हैं। तीन बार परीक्षा टल गई है। अब एक बार फिर नर्सेज फाउंडेशन के बैनर पर युवाओं ने शुक्रवार को बुद्ध पार्क में धरना दिया और कहा कि सरकार नर्सिंग अधिकारी पद पर कब भर्ती करेंगे।

प्रदर्शन कर रहे युवाओं का कहना था कि स्वास्थ्य विभाग ने आठ महीने पहले नर्सिंग अधिकारियों 2621 पदों पर भर्ती निकाली गई थी। तमाम खामियों व विसंगतियों के चलते अब तक तीन बार परीक्षा स्थगित हो चुकी है। इसके बाद नए सिरे से भर्ती को लेकर कोई हलचल नहीं है। इसे निरस्त होने का कारण है कि सरकार ने 11 साल बाद भर्ती निकाली और लिखित परीक्षा रख दी गई। कोरोनाकाल में रात-दिन सेवा दे रहे तमाम अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते हैं। इस दौरान फाउंडेशन के अध्यक्ष बबलू, बैजयंती, भगवती प्रसाद, अनीता भौंर्याल, विनोद कुमार, बहादुर सिंह, जानकी बिष्ट, रश्मि बिष्ट आदि शामिल रहे।

ये उठाई हैं मांगें

- नर्सिंग सेवा नियमावली में चयन प्रक्रिया लगातार हो

- डिग्री व डिप्लोमाधारियों का चयन पहले की तरह हो

- मूल निवास प्रमाण पत्र व सेवायोजन कार्यालय में पंजीकरण अनिवार्य हो

पैसे लेनदेन का आडियो भी हुआ था वायरल

नर्सिंग भर्ती प्रक्रिया निरस्त होने से पहले कुछ अभ्यर्थियों के बीच पैसे के लेनदेन से संबंधित आडियो वायरल हुआ था। इसे लेकर सरकार ने जांच भी करवाने के आदेश दिए थे, लेकिन अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं मिली है। इस मामले में कोई कार्रवाई भी नहीं हुई। यह मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ था। अभ्यर्थियों का कहना था कि नर्सिंग परीक्षा को बदनाम करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

chat bot
आपका साथी