हल्द्वानी में वायरल के मरीजों की संख्या हुई दोगुनी, जानिए क्या कहते हैं चिकित्सक
कोरोना का प्रभाव कम होने से जहां आम लोग और स्वास्थ्यकर्मी राहत महसूस कर रहे हैं वहीं वायरल के बढ़ते मामलों ने उनकी टेंशन बढ़ा दी है। इस समय कोरोना की तरह लक्षण वाले बुखार को लेकर डाक्टर भी आश्चर्य में हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कोरोना का प्रभाव कम होने से जहां आम लोग और स्वास्थ्यकर्मी राहत महसूस कर रहे हैं वहीं वायरल के बढ़ते मामलों ने उनकी टेंशन बढ़ा दी है। इस समय कोरोना की तरह लक्षण वाले बुखार को लेकर डाक्टर भी आश्चर्य में हैं। इस तरह की बीमारी में सामान्य दवा का असर नहीं हो रहा है। ऐस में डाक्टरों की सलाह है, खुद दवा लेने के बजाय परामर्श के बाद ही उपचार शुरू करें। लापरवाही से समस्या बढ़ सकती है। वहीं ओपीडी में सामान्य दिनों की अपेक्षा बुखार के मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है।
ये हैं बीमारी के लक्षण
- तेज बुखार आना
- शरीर में तेज दर्द होना
- जाड़ा लगना
- उल्टी होना
इम्युनिटी बनने में लगता है समय : डा. सत्यवली
डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन व चिकित्सा अधीक्षक डा. वीके सत्यवली बताते हैं, सामान्य दिनों में बुखार के 10-12 मरीज रहते हैं, लेकिन इस समय यह संख्या 25 से ज्यादा है। इस बीमारी में डेंगू, मलेरिया, स्क्रब टायफस और कोरोना के जैसे लक्षण हैं, लेकिन जांच में यह बीमारियां नहीं निकल रही है। इसलिए लापरवाही बरतने के बजाय डाक्टर से परामर्श लें। पांच-सात दिन में बीमारी ठीक हो जा रही है।
सतर्कता बरतें, पौष्टिक भोजन लें : डा. भट्ट
शहर के वरिष्ठ फिजीशियन डा. नीलांबर भट्ट बताते हैं, पहले की अपेक्षा इस समय वायरल फीवर के मरीजों की संख्या दोगुनी है। इसलिए सतर्कता बरतनी जरूरी है। खानपान का विशेष ध्यान रखें। पौष्टिक भोजन लें। कोविड व अन्य जांचें भी करा सकते हैं। डाक्टर के बताए अनुसार ही दवा लें।