उत्‍तराखंड में कोरोना के कारण हज यात्रा के लिए आवेदन करने वालों की संख्या एक चौथाई से कम

कोरोना के टीके ने भले उम्मीद जगाई है लेकिन अभी भी लोग सेहत को लेकर किसी तरह का समझौता करने का जोखिम उठाने के मूड में नहीं हैं। इसका असर मुस्लिमों की प्रमुख धार्मिक यात्रा हज पर दिखा है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 01:28 PM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 01:28 PM (IST)
उत्‍तराखंड में कोरोना के कारण हज यात्रा के लिए आवेदन करने वालों की संख्या एक चौथाई से कम
कोरोना के कारण हज यात्रा के लिए आवेदन करने वालों की संख्या एक चौथाई से कम

हल्द्वानी, गणेश पांडे : कोरोना के टीके ने भले उम्मीद जगाई है, लेकिन अभी भी लोग सेहत को लेकर किसी तरह का समझौता करने का जोखिम उठाने के मूड में नहीं हैं। इसका असर मुस्लिमों की प्रमुख धार्मिक यात्रा हज पर दिखा है। तिथि आगे बढ़ाने के बाद भी हज पर जाने की इच्छा रखने वालों की संख्या दो साल पहले की तुलना में एक चौथाई से भी कम है। इससे साफ जाहिर है कि कोविड-19 को लेकर लोगों में जागरूकता आई है। किसी तरह के जोखिम के साथ लोग यात्रा नहीं करना चाहते।

हज कमेटी आफ इंडिया ने साल 2021 की हज यात्रा के लिए आनलाइन आवेदन करने की दस दिसंबर तय की थी। बाद में इसे बढ़ाकर दस जनवरी कर दिया गया। इस बार उत्तराखंड से केवल 703 आवेदन आए हैं। आवेदन तिथि एक माह बढ़ाने के बाद भी आवेदनों की संख्या में महज 126 की बढ़ोतरी हुई है। कोरोना के कारण 2020 में हज यात्रा को स्थगित करना पड़ा था, जबकि 2019 में उत्तराखंड से 3020 लोगों ने हज पर जाने की इच्छा जताई थी। इस बार उत्तराखंड के केवल आठ जिलों से आवेदन प्राप्त हुए हैं। हरिद्वार जिले से सर्वाधिक लोगों ने हज पर जाने की इच्छा जाहिर की है। हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और देहरादून जिले से सर्वाधिक आवेदन हैं।

तीन जिलों ने एक भी आवेदन नहीं

कुमाऊं के बागेश्वर व पिथौरागढ़ जिले से एक भी आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। प्रदेश के तीन जिले ऐसे हैं जहां से आवेदन करने वालों की संख्या दहाई के अंक से कम है। कोविड के नियमों के कारण हज यात्रा महंगी भी हुई है। उत्तराखंड हज कमेटी के चेयरमैन शमीम आलम ने बताया कि उत्तराखंड हज कमेटी से मिलने वाले निर्देश के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। आलम ने बताया कि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार बहुत कम आवेदन आए हैं।

वर्ष 2018 में 1265 ने की थी यात्रा

दो साल पहले 2018 में उत्तराखंड से 1265 लोगों को हज पर जाने का मौका मिला था। जबकि आवेदन करने वालों की संख्या तीन हजार से अधिक थी। इस बार कुमाऊं से कुल 278 आवेदन प्राप्त हैं। दो साल पहले यह संख्या एक हजार से अधिक पहुंचती थी।

कहां से कितने आवेदन

अल्मोड़ा      04

चम्पावत      02

नैनीताल      62

यूएसनगर    210

देहरादून      155

हरिद्वार        251

पौड़ी           16

टिहरी          03

कुल            703

chat bot
आपका साथी