World Heart Day 2021 : बढ़ने लगी हार्ट के मरीजों की संख्‍या, कुमाऊं में नहीं है इलाज की सुविधा

World Heart Day 2021 जिस तरह की लाइफ स्टाइल हो चुकी है इसका सबसे अधिक प्रभाव हार्ट पर पड़ रहा है। हार्ट अटैक अब कम उम्र में भी होने लगा है। इसके बावजूद कुमाऊं के किसी भी सरकारी अस्पताल में हार्ट के मरीजों के इलाज की सुविधा नहीं है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 08:02 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 05:58 PM (IST)
World Heart Day 2021 : बढ़ने लगी हार्ट के मरीजों की संख्‍या, कुमाऊं में नहीं है इलाज की सुविधा
World Heart Day 2021 : बढ़ने लगी हार्ट के मरीजों की संख्‍या, कुमाऊं में नहीं है इलाज की सुविधा

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : World Heart Day 2021 :जिस तरह की लाइफ स्टाइल हो चुकी है, इसका सबसे अधिक प्रभाव हार्ट पर पड़ रहा है। हार्ट अटैक अब कम उम्र में भी होने लगा है। इसके बावजूद कुमाऊं के किसी भी सरकारी अस्पताल में हार्ट के मरीजों के इलाज की सुविधा नहीं है। यहां तक कि मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में भी कैथ लैब स्थापित नहीं हो सकी है।

हृदय रोग विशेषज्ञ विहीन बेस अस्पताल का हार्ट केयर सेंटर

कुमाऊं के किसी भी सरकारी अस्पताल में अलग से हार्ट केयर सेंटर नहीं है। बेस अस्पताल हल्द्वानी में अलग से हार्ट केयर सेंटर स्थापित है। बकायदा इसके लिए अलग से भवन भी बना है। इसके बावजूद पिछले 10 वर्षों से यह सेंटर हृदय रोग विशेषज्ञ से विहीन है। हकीकत यह है कि वहां पर ईसीजी तक की सुविधा नहीं है।

एसटीएच का प्रस्ताव ही हुआ गायब

डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में 10 साल पहले कैथ लैब बनाने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। प्रस्ताव शासन में जाने के बाद गायब हो गया है। जबकि कई बार मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से रिमाइंडर भी भेजा गया था। इसके बावजूद अभी तक कैथ लैब स्थापित नहीं हो सकी और न ही कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति हो सकी है। इस अस्पताल में मरीज रेफर होकर पहुंचते हैं, लेकिन यहां से भी रेफर कर दिए जाते हैं।

बचाव के लिए अपनाएं ये सिक्स फार्मूला: डा. प्रकाश पंत

जगदंबा हार्ट केयर सेंटर के वरिष्ठ हार्ट रोग विशेषज्ञ डा. प्रकाश पंत कहते हैं कि विश्व हृदय दिवस मनाने का उद्देश्य ही हृदय रोगों से बचाव की जानकारी होना है। अगर हर व्यक्ति सिक्स फार्मूला अपनाएगा तो हृदय रोगों से बचा जा सकेगा। पहला, स्मोकिंग से बचना जरूरी है। दूसरा, शुगर को नियंत्रित रखना होगा। तीसरा, सॉल्ट यानी नमक कम लेना होगा, ताकि हाइपरटेंशन का खतरा कम हो सके। चौथा, स्ट्रेस को कम करना होगा। पांचवा, सैनिटरी यानी कि तन-मन की सफाई जरूरी है। छठा, सिडेंट्री लाइफ स्टाइल छोडऩी होगी।

फास्ट फूड बढ़ा रहा कम उम्र में हार्ट अटैक : डा. दिनेश चंद्र पंत

पंत कार्डियो डायबिटिक सेंटर के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. दिनेश चंद्र पंत कहते हैं कि आज के युवा पौष्टिक भोजन के बजाय ऐसा भोजन ग्रहण करना पसंद करते हैं जो सेहत के लिए नुकसानदेह है। इसमें फास्ट फूड, जरूरत से ज्यादा और अनियमित भोजन करना भी मुख्य है। शहर ही नहीं, ग्रामीण क्षेत्रों के युवा भी इस तरह के भोजन के चलते हार्ट बीमारियों के चपेट में आने लगे हैं। इसलिए जरूरी है नियमित व्यायाम व संतुलित भोजन।

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