हल्‍द्वानी जेल में बढ़ी सर्दी जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्‍या

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद कारागार में ओपीडी बढ़ने लगी है। सर्दी जुकाम व बुखार के रोजाना 30 मरीज अपना इलाज करा रहे हैं। इसके अलावा टीबी रोगियों को ओपीडी में ही रोजाना दवा दिखाई जा रही है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 10:48 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 10:49 AM (IST)
हल्‍द्वानी जेल में बढ़ी सर्दी जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्‍या
हल्‍द्वानी जेल में बढ़ी सर्दी जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्‍या

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद कारागार में ओपीडी बढ़ने लगी है। सर्दी जुकाम व बुखार के रोजाना 30 मरीज अपना इलाज करा रहे हैं। इसके अलावा टीबी रोगियों को ओपीडी में ही रोजाना दवा दिखाई जा रही है। जेल में ही मरीजों को हर तरह का इलाज दिया जा रहा है।

हल्द्वानी उपकारागार में 1200 बंदी हैं। इसमें अधिकांश ट्रायल पर बंद हैं। इनदिनों कई बंदी मौसम बदलने के कारण बुखार व सर्दी जुकाम की चपेट में हैं। बंदियों का जेल की ओपीडी में इलाज किया जा रहा है। रोजाना पांच से छह मरीजों को कमजोरी होने पर गुलकोज चढ़ाए जा रहे हैं। ओपीडी में तैनात चिकित्सक के अनुसार कई मरीजों का लंबे समय से टीबी का इलाज चल रहा है। उन्हें ओपीडी में ही बुलाकर दवा दिखाई जाती है। इसके अलावा जेल में ही मरीजों को हर तरह का इलाज दिया जा रहा है। गंभीर स्थिति में ही मरीजों को इलाज के लिए एसटीएच भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि बुखार की चपेट में महिलाओं से अधिक पुरूष हैं। इलाज के बाद अधिकांश मरीज सही हो चुके हैं। खानपान का विशेष ध्यान देने की सलाह दी जा रही है। 

सेहतमंद भोजन खा रहे बंदी

कारागार में बंदी सेहतमंद भोजन खा रहे हैं। सुबह नास्ते के बाद दिन में चावल, दाल व रोटी दी जाती है। इसके अलावा रात में अलग-अलग दिन नए डिस बनते हैं। जेल अधीक्षक सतीश सुखीजा ने बताया कि मौसम बदलने से बंदियों को सर्दी जुकाम होने के मामले बढ़े हैं। ओपीडी में रोजाना 25-30 मरीजों का इलाज चल रहा है। चिकित्सक द्वारा सभी मरीजों का रोजाना जांच के बाद दवाएं दी जाती हैं।

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