Uttarakhand : 20 हजार का मोस्ट वांटेड माओवादी भाष्कर पांडे गिरफ्तार, डीजीपी ने की पुलिस टीम को ईनाम व मेडल की घोषणा

मोस्ट वांटेड माओवादी भाष्कर पांडे पुलिस और एसटीएफ ने अल्मोड़ा से गिरफ्तार किया है। बहुचर्चित हंसपुर खत्ता के शिविर में वह शामिल रह चुका है। माओवादी भाष्कर पांडे के ऊपर बीस हजार रुपये का ईनाम घोषित है। भाष्कर पर तीन मुकदमे दर्ज थे। जिनमें वह फरार चल रहा था।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 09:30 PM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 10:09 PM (IST)
Uttarakhand : 20 हजार का मोस्ट वांटेड माओवादी भाष्कर पांडे गिरफ्तार, डीजीपी ने की पुलिस टीम को ईनाम व मेडल की घोषणा
डीजीपी अशोक कुमार ने टीम को 20 हजार रुपये ईनाम व मेडल की भी घोषणा की है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: उत्तराखंड के सबसे बड़े माओवादी लीडर भाष्कर पांडे को पुलिस और एसटीएफ ने अल्मोड़ा से गिरफ्तार कर लिया है। पांडे पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित था। 2017 में अल्मोड़ा और नैनीताल  में लोक संपत्ति विरूपण अधिनियम और विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के तहत भाष्कर पर तीन मुकदमे दर्ज थे। जिनमें वह फरार चल रहा था।

डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे ने बताया कि मावोवादी भाष्कर की इनामी राशि 50 हजार करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा था। सोमवार को वह हल्द्वानी रेलवे स्टेशन पर राजेश नाम के युवक से पैनड्राइव तथा कुछ लिखित सामग्री लेने आ रहा था। वह किसान आंदोलन में भी काफी सक्रिय था। भाष्कर पांडे खीम सिंह बोरा का सबसे खास साथी माना जाता है। जिसे यूपी एसटीएफ ने पूर्व में पकड़ लिया था। पांडे भारत में कई जगह माओवादी ट्रेनिंग ले चुका था। उसने अपने कई साथियों के साथ मिलकर यहां अपने क्रियाकलापों को अंजाम देने की कोशिश की। 2017 के चुनाव में धारी तहसील में एक जीप भी जलाई थी। मावोवादी को गिरफ्तार करने वाली टीम को  डीजीपी अशोक कुमार ने  20 हजार रुपये व मेडल देने की घोषणा की है।

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