सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष ने ऊधमसिंह नगर डीएम सहित छह का रोका वेतन

सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष व दर्जा राज्यमंत्री अजय राजौर ने बैठक में गैरहाजिर होने पर डीएम रंजना राजगुरु सहित छह अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने डीएम सहित अन्य अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 04:54 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 07:54 AM (IST)
सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष ने ऊधमसिंह नगर डीएम सहित छह का रोका वेतन
डीएम के बैठक में न आने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की।

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : उत्तराखंड सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष व दर्जा राज्यमंत्री अजय राजौर ने बैठक में गैरहाजिर होने पर डीएम रंजना राजगुरु सहित छह अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने डीएम सहित अन्य अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने सरकारी योजनाओं खासकर सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा, खाद्य योजनाओं सहित दूसरी रोजगार परक योजनाओं का लाभ लेने को लेकर अधिकारियों से जानकारी ली।

आयोग के उपाध्यक्ष अजय राजौर ने मंगलवार को नगर निगम सभागार में बैठक ली। करीब एक घंटे देरी से बैठक होने पर उन्होंने नगर आयुक्त रिंकू बिष्ट से नाराजगी जाहिर की। सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा व न्यूनतम मानदेय को लेकर उनकी तरफ से किए गए सवालों का जवाब नगर आयुक्त नहीं दे सकीं। उपाध्यक्ष की तरफ से न्यूनतम मानदेय 8800 रुपये मासिक व साप्ताहिक अवकाश देने को लेकर पूछा तो वहां पर मौजूद ठेका सफाई कर्मचारी ने बताया गया कि उन्हें 7200 रुपये मासिक मानदेय मिल रहा है और कोई साप्ताहिक अवकाश नहीं मिलता है। नगर आयुक्त से उपाध्यक्ष ने पूछा कि आखिर उनकी तरफ से संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई और टेंडर रद क्यों नहीं किया गया। इसकी रिपोर्ट आयोग को भेजी जाएगी। उन्होंने नगर आयुक्त से भी स्पष्टीकरण मांगा कि आखिर ठेकेदार के क्रियाकलापों की जांच उन्होंने क्यों नहीं की।

इनका रोका वेतन

डीएम रंजना राजगुरु, एसडीएम रुद्रपुर विशाल मिश्रा, सीएमओ डा.देवेंद्र ङ्क्षसह पंचपाल, ङ्क्षसचाई विभाग के अधिशासी अभियंता, लोनिवि के अधिशासी अभियंता, ऊर्जा निगम के अधिकारी भी बैठक में नहीं पहुंचे थे। इस पर उपाध्यक्ष ने इन सभी का एक दिन का वेतन रोकने की संस्तुति डीएम से की है। अधिकतर विभागों ने अपने प्रतिनिधि के तौर पर अधिकारी भेजे।

सफाई कर्मियों के साथ कोई अप्रिय घटना हुई तो केस

उपाध्यक्ष ने मेनहोल की सफाई करते समय सुरक्षा मानकों को देने वाली किट के बारे में पूछा तो नगर निगम के अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इस पर उपाध्यक्ष ने कहा कि सफाई कर्मचारी को यदि मेनहोल या नाले की सफाई करते समय बिना सुरक्षा उपकरणों के उतारा गया और इस दौरान यदि अप्रिय घटना हुई तो जिम्मेदार अधिकारियों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इसमें किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता। साथ ही सफाई कर्मचारियों को मिलने वाली ग्रीष्म, सर्दी व बारिश के मौसम की वर्दी को लेकर भी सवाल किए। बैठक में मेयर रामपाल ङ्क्षसह, सहायक नगर आयुक्त दीपक गोस्वामी सहित लोनिवि, जिला पूर्ति, तहसील, शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

पूरे देश में पांच सौ सफाई कर्मचारियों ने गंवाई जान

बैठक में राजौर ने बताया कि पूरे देश में नाला व मेनहोल की सफाई बिना सुरक्षा उपकरणों के करने पर 500 सफाई कर्मचारियों ने अपनी जान गंवाई है। हम इस मामले में पूरी तरह गंभीर हैं। काशीपुर में दौरे का जिक्र करते हुए बताया कि मृतक आश्रितों को नौकरी प्राथमिकता के आधार पर दी जाए। इसके लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं। साथ ही राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ हर सफाई कर्मचारी के परिवार को मिले इसके लिए जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह नगर निगम में कैंप लगाकर राशन कार्ड पात्र परिवारों का बनाएं। बैठक में समाज कल्याण अधिकारी की तरफ से बताया गया कि जिले में 863 परिवारों को पुनर्वास योजना का लाभ दिया गया। बैठक में सफाई कर्मचारियों की बेहद कम मौजूदगी होने पर नाराजगी जताई।

देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ ने दिया ज्ञापन

बैठक में देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुनील की तरफ से 10 ङ्क्षबदुओं का ज्ञापन उपाध्यक्ष को दिया गया। इसमें वन टाइम सेटेलमेंट में नियुक्त हुए पर्यावरण मित्रों के मृतक आश्रितों को नौकरी देने सहित अन्य मांगे की। उपाध्यक्ष ने आश्वस्त किया कि सभी मांगों का निस्तारण कराया जाएगा।

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