चार माह से गौलापार में नए डिग्री कॉलेज के लिए नहीं मिल पाई जमीन

हल्द्वानी में नया डिग्री कॉलेज खोलना चुनौती साबित हो रहा है। जहां एक ओर पिछले तीन-चार माह से अफसर गौलापार में जमीन ढूंढते-ढूंढते थक चुके हैं लेकिन जमीन मिली नहीं। वहीं अब कॉलेज को अस्थाई व्यवस्था के तहत चलाने का मन बनाया जा रहा है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 11:29 AM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 11:29 AM (IST)
चार माह से गौलापार में नए डिग्री कॉलेज के लिए नहीं मिल पाई जमीन
चार माह से गौलापार में नए डिग्री कॉलेज के लिए नहीं मिल पाई जमीन

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : हल्द्वानी में नया डिग्री कॉलेज खोलना चुनौती साबित हो रहा है। जहां एक ओर पिछले तीन-चार माह से अफसर गौलापार में जमीन ढूंढते-ढूंढते थक चुके हैं लेकिन जमीन मिली नहीं। वहीं, अब कॉलेज को अस्थाई व्यवस्था के तहत चलाने का मन बनाया जा रहा है। इसके लिए बाकायदा अफसरों की कई टीमें शहर के सरकारी स्कूलों में तक गई। लेकिन स्कूलों में भी जगह नहीं मिल रही। कॉलेज को संचालित करने के लिए पांच कमरों की जरूरत है।

पद सृजन और बजट की डिमांड भेजी

उच्च शिक्षा उपनिदेशक डा. गोविंद पाठक ने बताया कि नए कॉलेज के लिए पद सृजन और बजट की डिमांड शासन को भेज दी गई है। जब तक कॉलेज का भवन बनाने के लिए भूमि नहीं मिल जाती तब तक अस्थाई तौर पर कॉलेज संचालित किया जाएगा।

आइटीआइ या सरकारी भवन की दरकार

निदेशालय का कहना है कि कॉलेज के अस्थाई तौर पर संचालन के लिए पहली प्राथमिकता किसी सरकारी स्कूल की रहेगी। यदि ऐसा नहीं हो पाता है तो सरकारी आइटीआइ के भवन या किसी अन्य सरकारी भवन को ढूंढा जाएगा। अब तक लामाचौड़, गौलापार समेत करीब पांच क्षेत्रों के सरकारी विद्यालयों में जगह ढूंढी जा चुकी है।

कला विषय से शुरू होगा कॉलेज

उप निदेशक डा. गोविंद पाठक ने बताया कि कॉलेज की शुरूआत स्नातक कला वर्ग के साथ होगी। जिसमें हिंदी, अंग्रेजी, शिक्षाशास्त्र, इतिहास समेत करीब सात विषयों की कक्षाएं चलाई जाएंगी। करीब 12 पद सृजित होंगे।

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