होमगार्ड के जवान की 36 घंटे बाद भी कोई जानकारी नहीं, एसडीआरएफ व एनडीआरएफ सर्च ऑपरेशन में जुटीी
गधेरे में बहे होमगार्ड जवान राकेश सिंह किरौला का 34 घंटे बाद भी पता नहीं लगा सका है। दूसरे दिन भी एसडीआरएफ एनडीआरएफ व पुलिस के गोताखोरों ने रामगंगा जलागम के 20 किमी दायरे की खाक छानी। मगर हाथ खाली ही रहे।
जागरण संवाददाता, चौखुटिया (अल्मोड़ा): रामगंगा के सहायक नागाड़ गधेरे में बहे होमगार्ड जवान राकेश सिंह किरौला का 36 घंटे बाद भी पता नहीं लगा सका है। दूसरे दिन भी एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व पुलिस के गोताखोरों ने रामगंगा जलागम के 20 किमी दायरे की खाक छानी। मगर हाथ खाली ही रहे। उधर स्वजनों में चिंता बढऩे लगी है। राकेश के माता जानकी देवी व पिता मोहन सिंह का रो रोकर बुरा हाल है।
थाने में तैनात 24 वर्षीय होमगार्ड का जवान राकेश सिंह किरौला बीते बुधवार तड़के उफनाए नागाड़ गधेरे में बह गया था। हादसा तब हुआ जब वह रात्रि ड्यूटी पूरी कर तहसील मुख्यालय से लगभग तीन किमी दूर सौनगांव स्थित घर लौट रहा था। सौ किमी दूर उसकी स्कूटी यूके 01 सी 7131 नदी क्षेत्र में पड़ी थी। करीब साढ़े पांच बजे नागाड़ क्षेत्र के राजेंद्र कुमार व चंदन प्रसाद ने बैकलाइट जली देखी तो मामला खुला। तहसीलदार हेमंत कुमार मेहरा व एसओ अशोक कांडपाल राहत एवं बचाव दल लेकर तलाश में जुटे।
दोपहर एसडीआरएफ फिर शाम को एनडीआरएफ के गोताखोर पहुंचे। रात में अभियान रोक दिया गया। गुरुवार की प्रात: सर्च ऑपरेशन दोबारा शुरू किया। मगर कोई पता नहीं लग सका है।
पांच दिन पूर्व बहे ग्रामीण का नही लगा सुराग
पिथौरागढ़ : तहसील बंगापानी में पांच दिन पूर्व सेरा नदी में बहे ग्रामीण का अभी तक पता नहीं चल सका है। लापता ग्रामीण को पता लगाने के लिए एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। शनिवार को तल्ली बिंदी टांगा गांव निवासी भूपेंद्र लाल 34 वर्ष पुत्र वीर लाल सेरा नदी किनारे चारा जुटाने गया था। भूपेंद्र की मां के अनुसार वह पेड़ पर चारा काट रहा था इसी दौरान वह पेड़ से सीधे सेरा नदी में गिर गया और बह गया। दूर तक नदी में उसका उठा हाथ नजर आया। ग्रामीणों द्वारा उसकी खोजबीन की गई परंतु पता नहीं चला । इसकी सूचना प्रशासन को दी गई । गुरु वार को एसडीआरएफ की टीम एसआइ देवेंद्र सिंह के नेतृत्व में मौके पर पहुंची । टीम में जवान राकेश जुकारिया, प्रेम सिंह व अन्य लोग शामिल हैं। लापता की खोजबीन जारी है। सेरा नदी घटनास्थल से लगभग पांच किमी दूर गोरी नदी में मिलती है।