हल्‍द्वानी की जेल में नाइजीरियन कैदी जैक्शन ने सीखी हिंदी, अब अन्‍य कैदियों को बना रहा साक्षर

सलाखों के पीछे बंदी अच्छे काम भी सीखते हैं। अच्छे कार्य के लिए नजरिया सकारात्मक होना चाहिए। धोखाधड़ी के आरोपित नाइजीरियन को जेल पहुंचते ही हिंदी भाषा से प्यार हो गया। उसने दो साल अभ्यास के बाद न केवल हिंदी सीखी बल्कि कई बंदियों की हिंदी सुधार रहा है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 08:35 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 08:35 AM (IST)
हल्‍द्वानी की जेल में नाइजीरियन कैदी जैक्शन ने सीखी हिंदी, अब अन्‍य कैदियों को बना रहा साक्षर
हल्‍द्वानी की जेल में नाइजीरियन कैदी जैक्शन ने सीखी हिंदी, अब अन्‍य कैदियों को बना रहा साक्षर

दीप चंद्र बेलवाल, हल्द्वानी : सलाखों के पीछे बंदी अच्छे काम भी सीखते हैं। अच्छे कार्य के लिए नजरिया सकारात्मक होना चाहिए। धोखाधड़ी के आरोपित नाइजीरियन को जेल पहुंचते ही हिंदी भाषा से प्यार हो गया। उसने दो साल अभ्यास के बाद न केवल हिंदी सीखी, बल्कि आज जेल में कई बंदियों की हिंदी सुधार रहा है।

नाइजीरिया निवासी जैक्शन आडिनो व डेविड मारीशन 2019 में वीजा पर इंडिया आए थे। काशीपुर के कुंडा थाना क्षेत्र में कुछ दिन रहने के बाद दोनों नाइजीरियन ने कोकाकोला कंपनी का कर्मचारी बनकर एक कारोबारी से संपर्क किया। कोकाकोला देने के नाम पर दोनों ने कारोबारी से 25 लाख की धोखाधड़ी कर दी। इसके बाद वे भागने की फिराक में थे। इससे पहले पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। दोनों बंदी हल्द्वानी जेल में हैं।

हिंदी का एक शब्द नहीं समझ पाने वाले नाइजीरियन जेल में परेशान होने लगे। जेल अधिकारियों के अनुसार नाइजीरियन जैक्शन आडिनो ने दो साल पहले हिंदी सीखने की ठान ली। कैदियों के साथ वह हिंदी बोलने लगा। अब वह बेधड़क हिंदी बोल लेता है। जैक्शन अन्य लोगों की हिंदी का शब्दकोष भी मजबूत कर रहा है।

वहीं निरक्षर बंदियों को नाम व पता लिखना सिखा दिया है। उसका साथी डेविड मारीशन जमानत पर बाहर है। जेल अधीक्षक सतीश सुखीजा ने बताया कि धोखाधड़ी के आरोप में जेल में बंद नाइजीरियन हिंदी बोलना सीख गया। अंग्रेजी बोलना छोड़कर अब वह हिंदी में ही बात करता है। निरक्षर बंदियों को भी वह हिंदी लिखना सिखा रहा है।

न्यायाधीश संजय कुमार मिश्र ने किया जेल का निरीक्षण

इंडिया अवेयरनेस आउटरीच कार्यक्रम के तहत हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायधीश एवं राच्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी चेयरमैन न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्र ने जेल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कैदियों की समस्याओं को सुना व उनके समाधान के निर्देश दिए। बंदियों को निश्शुल्क विधिक सहायता व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण तथा राच्य विधिक सेवा प्राधिकरण से मिलने वाली विधिक सहायता की जानकारी दी। इस मौके पर राच्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव राजीव कुमार खुल्बे, नैनीताल के जिला जज राजेंद्र जोशी, उधमसिंह नगर के जिला न्यायाधीश प्रेम सिंह खिमाल, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अविनाश कुमार श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

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