प्रदूषण मामले में एनजीटी ने 16 फैक्ट्रियों पर लगाया आठ करोड़ का जुर्माना
सिडकुल के आसपास के क्षेत्रों को प्रदूषित करने के मामले में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने यहां की 16 कंपनियों पर करीब आठ करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
सितारगंज (ऊधमसिंह नगर) जेएनएन : सिडकुल के आसपास के क्षेत्रों को प्रदूषित करने के मामले में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने यहां की 16 कंपनियों पर करीब आठ करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। एनजीटी के मुताबिक संबंधित कंपनियों में प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है।
उत्तराखंड राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (सिडकुल), सितारगंज की फैक्ट्रियों पर पहले भी प्रदूषण फैलाने का आरोप लग चुका है। समस्या बढऩे पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन भी किया है। उद्योगों के खिलाफ ग्रामीण एनजीटी का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रदूषण से वनस्पति, खेती, वन्य जीव और मानव जीवन प्रभावित हो रहा है। ग्रामीणों के अनुसार फैक्ट्रियां सार्वजनिक स्थानों पर प्रदूषित जल बहाती हैं। इससे आसपास के गांव का बुरा हाल है।
इसे गंभीर मानते हुए एनजीटी ने केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड व प्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को जांच के आदेश दिए थे। केंद्रीय व प्रदेश टीम ने जांच रिपोर्ट एनजीटी को सौंपी। इसी आधार पर एनजीटी ने 16 फैक्ट्रियों पर करीब सात करोड़ का जुर्माना लगाया। क्षेत्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड अधिकारी नरेश गोस्वामी ने बताया कि एनजीटी का आदेश प्राप्त हुआ है। संबंधित फैक्ट्रियों पर कार्रवाई की जाएगी।
इन कंपनियों पर जुर्माना
बालाजी एक्शन, एगमिको फेवकेट्स, एवरग्रीन मोर्टल, फ्लिपगार्ड फिल्टर्स, जैनसन इंजीनियङ्क्षरग, रैकिट बेंकाइजर इंडिया यूनिट द्वितीय, स्टोर वेज इंडस्ट्रीज, एसएनबी, स्पेशली इंडस्ट्रीज कोङ्क्षटग, रेकिट बेंकाइजर इंडिया प्रथम, हैंकल एडीशिव टेक्नोलॉजी, वेस्टर्न कंसोलिडेटेड, पारले एग्रो प्राइवेट लिमिटेड, ङ्क्षजदल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, गुजरात अंबुजा एक्सपोर्ट लिमिटेड, मास्कोट फास्टनर।