जमरानी परियोजना के लिए एक नए कोरीडोर का सर्वे होगा, एडीबी ने दिए निर्देश
जमरानी बांध के आसपास वाइल्डलाइफ कोरीडोर का सर्वे कराने के बाद अब एडीबी ने एक नए कोरीडोर को लेकर सर्वे करने को कहा है। पूर्व में तीन महीने तक वन विभाग ने कैमरा ट्रैप के जरिये तैयार रिपोर्ट में कहा था कि यहां किसी प्रकार का नियमित कोरीडोर नहीं है।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : जमरानी बांध क्षेत्र के आसपास वाइल्डलाइफ कोरीडोर का सर्वे कराने के बाद अब एडीबी ने एक नए कोरीडोर को लेकर सर्वे करने को कहा है। पूर्व में तीन महीने तक वन विभाग ने कैमरा ट्रैप के जरिये तैयार रिपोर्ट में कहा था कि यहां किसी प्रकार का नियमित कोरीडोर नहीं है। इसलिए बांध से वन्यजीवों को किसी तरह का नुकसान नहीं होगा। लेकिन अब जमरानी परियोजना के अफसर पीलीभीत लदुवा कोरीडोर को लेकर सर्वे करेंगे। ऑनलाइन नक्शे में काठगोदाम से हैड़ाखान क्षेत्र का जंगल भी इस शामिल बताया गया है। जल्द इसका सर्वे भी शुरू होगा। हालांकि, गौलापार क्षेत्र में आबादी की बसावट लगातार बढऩे से इस कोरीडोर की मौजूदगी पर भी सवाल खड़े हो सकते हैं।
हल्द्वानी के जमरानी बांध को 2700 करोड़ का बजट चाहिए। एशियन डेवलेपमेंट बैंक द्वारा इसके लिए फंडिंग की जानी है। नियमों के मुताबिक पहले जमरानी के पास दस वर्ग किमी के दायरे में वाइल्डलाइफ कोरीडोर सर्वे कराया गया था। नैनीताल डिवीजन द्वारा इस काम को पूरा किया गया। जिसके बाद रिपोर्ट जमरानी निर्माण के पक्ष में थी। मगर अब नए कोरीडोर की चर्चा के साथ काम और बढ़ गया है। दूधवा नेशनल पार्क उत्तराखंड की सीमा से सटे पीलीभीत में है। वेस्टर्न सर्किल का जंगल इस पार्क से मिलता है। पूर्व में दूधवा लदुवा कोरीडोर की वर्तमान स्थिति को लेकर अब फिर से सर्वे किया जाएगा। संभावना है कि जल्द एक्सपर्ट टीम अपना काम शुरू कर देगी।
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