सीमा विवाद को तूल देने का नया पैंतरा, भारतीय क्षेत्र में नेपाल ने जनगणना का किया दावा
दुष्प्रचार के आधार पर सीमा विवाद को तूल देने वाले नेपाल ने अब नया पैंतरा अपनाया है। संविधान दिवस आयोजन के बीच उसने केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय को भारतीय क्षेत्र कुटी कालापानी लिंपियाधुरा गूंजी की जनगणना का आदेश दिया है।
हल्द्वानी, अभिषेक राज : दुष्प्रचार के आधार पर सीमा विवाद को तूल देने वाले नेपाल ने अब नया पैंतरा अपनाया है। संविधान दिवस आयोजन के बीच उसने केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय को भारतीय क्षेत्र कुटी, कालापानी, लिंपियाधुरा, गूंजी की जनगणना का आदेश दिया है। नेपाल सरकार का दावा है कि लिंपियाधुरा क्षेत्र में इस समय 1,500 लोग रह रहे हैं। जनगणना पूरा करने के लिए स्थानीय लोगों की ही मदद लेने की बात कही गई है। जरूरत पडऩे पर नेपाली सुरक्षा अधिकारियों से भी सहयोग का निर्देश दिया है।
जनगणना के साथ पूछे जाएंगे 80 सवाल
नेपाल ने भारतीय क्षेत्रों में जनगणना के साथ ही यहां के लोगों के लिए प्रश्नावली भी तैयार कराई है, जिसमें घर, वाहन, संपत्ति, पारिवारिक सदस्य सहित नेपाल सरकार से अपेक्षाओं सहित 80 सवालों को शामिल किया गया है। इसी प्रश्नावली को आधार बनाकर नेपाल स्थानीय ग्रामीणों के लिए योजना तैयार करने का दावा किया है।
यह जनमत संग्रह की कोशिश तो नहीं
भारत-नेपाल संबंधों के जानकार मेजर बीएस रौतेला (रि.) बताते हैं कि भारतीय ग्रामीणों से प्रश्नावली तैयार कर जनगणना कराने की घोषणा सामान्य नहीं हो सकती। नेपाल इसे जनगणना का नाम देकर वैश्विक स्तर पर अप्रत्यक्ष तौर से जनमत संग्रह का रूप दे सकता है। उसकी यह साजिश भारतीय सुरक्षा एजेंसियां और स्थानीय ग्रामीण कभी सफल नहीं होने देंगे।
एसएसबी के जवान 24 घंटे मुस्तैद
एसडीएम धारचुला एके शुक्ला ने बताया कि नेपाली टीम के भारत में आने की स्थिति नहीं है। पंचेश्वर से लेकर कालापानी तक पूरी तरह शांत है। सीमाएं सील हैं। एसएसबी के जवान 24 घंटे मुस्तैद हैं। ऐसे में नेपाली टीम यहां पहुंच ही नहीं सकती।
ग्रामीण भी मुस्तैद
गूंजी गांव के दीवान सिंह गुंज्याल ने बताया कि नेपाल से हमारा कोई नाता नहीं। हम भारतीय है। नेपाल की साजिश यहां सफल नहीं होने वाली। कुटी गांव के सोबन सिंह कुटियाल का कहना है कि कुटी गांव में सब शांत है। हम नेपाली हरकत समझते हैं। चीन के इशारे पर उसके बोल बिगड़ गए हैं। गब्र्यांग गांव के योगेश गब्र्याल ने कहा कि जनगणना के नाम पर नेपाली टीम आई भी तो उसे कड़े विरोध के साथ लौटा दिया जाएगा। नाबी गांव के मनोज नब्याल का कहना है कि सीमा पर दोनों देशों के ग्रामीणों के बीच बेहद मधुर संबंध है। नेपाल सरकार इसमें दरार नहीं डाल सकती।