ऊधमसिंह नगर में निरीक्षण के दौरान मिली लापरवाही, सीडीओ ने रोका 12 कर्मचारियों का वेतन
मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगई ने सोमवार को जनपद के सीमांत एवं दूरस्थ विकासखंड खटीमा कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान करीब 12 कर्मचारी देर से ऑफिस आने सहित कई लापरवाही सामने आई। इस पर उन्होंने वेतन रोकने के आदेश दिए।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : समय पर कार्यालय पहुंचने पर लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सीडीओ ने सख्त रुख अपनाया है। खटीमा विकास खंड कार्यालय के औचक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले सीडीपीओ सितारगंज, सहायक विकास अधिकारी सहित 12 कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई। साथ ही वेतन आहरण पर रोक लगाने के साथ ही स्पष्टीकरण मांगा है। इनमें सात नियमित कर्मचारी एवं पांच संविदा कर्मचारी शामिल हैं। सीडीओ ने कहा है कि जवाब संतोषजनक होने पर वेतन आहरण पर रोक हटाई जाएगी।
मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगई ने सोमवार को जनपद के सीमांत एवं दूरस्थ विकासखंड खटीमा कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान एक सहायक खंड विकास अधिकारी, एक लेखाकार और एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ही मौके पर मौजूद थे। पूछताछ के दौरान कुछ समय के बाद खंड विकास अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी कार्यालय पहुंचे। देर से कार्यालय पहुंचने पर सीडीओ ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई तथा समय से कार्यालय उपस्थित होने की चेतावनी दी।
साथ ही विलंब से कार्यालय आने वाले सहायक विकास अधिकारी पंचायत राजूराम, अपर सहायक अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग एलएस बिष्ट, प्रधान सहायक किशन सिंह बिष्ट, सहायक लेखाकार रीना शाह, कनिष्ठ सहायक ममता गोस्वामी व अनुसेवक उमवेशवती तथा संविदा कर्मचारी कुंदन सिंह, विक्रांत सिंह, अनिल कुमार शर्मा, गौरव कुमार, भरत कन्याल का एक दिन के वेतन आहरण पर रोक लगा दी है। इसके बाद मंजू लता यादव बाल विकास परियोजना अधिकारी सितारगंज को बाल विकास परियोजना अधिकारी खटीमा का अतिरिक्त प्रभार होना बताया, लेकिन निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिलने पर एक दिन के वेतन आहरण पर रोक लगाया है।
इसके बाद विकास खंड कार्यालय के कक्ष पटल एवं शौचालय परिसर का निरीक्षण किया। जिसमें कर्मचारियों की नेमप्लेट अलमारियों में रखे गए अभिलेखों का विवरण ना पाए जाने पर तथा सफाई व्यवस्था ना मिलने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। व्यवस्थाओं को सुधार लाने के निर्देश दिए हैं। चेतावनी दी है कि अगली निरीक्षण के दौरान यदि व्यवस्थाओं में और कर्मचारी में सुधार नहीं आया तो वह विभागीय कार्यवाही करेंगे। इसके बाद समीक्षा बैठक के कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।