लापरवाही के चलते 15 घंटे यातायात ठप, दो लोडर मशीन से खींचा गया ट्रक, बमुश्किल सुचारू हुआ यातायात

भुजान-रिची मोटर मार्ग पर करीब 15 घंटे से अधिक समय तक आवाजाही ठप हो गई। लापरवाह विभाग ने ध्वस्त मोटर मार्ग पर मिट्टी डाल दी थी। जिससे मलबे में देर रात ट्रक फंस गया। शुक्रवार को बामुश्किल दो लोडर मशीन की मदद से ट्रक निकाला जा सका।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 03:18 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 03:18 PM (IST)
लापरवाही के चलते 15 घंटे यातायात ठप, दो लोडर मशीन से खींचा गया ट्रक, बमुश्किल सुचारू हुआ यातायात
बारिश में मिट्टी में वाहन फंसने लगे, जिससे लोग गुस्साए हुए हैं।

जागरण संवाददाता, गरमपानी (नैनीताल) : विभागीय लापरवाही का खामियाजा आखिरकार किसानों व ग्रामीणों को भुगतना पड़ा। भुजान-रिची मोटर मार्ग पर करीब 15 घंटे से अधिक समय तक आवाजाही ठप हो गई। लापरवाह विभाग ने ध्वस्त मोटर मार्ग पर मिट्टी डाल दी थी। जिससे मलबे में देर रात ट्रक फंस गया। शुक्रवार को बामुश्किल दो लोडर मशीन की मदद से ट्रक निकाला जा सका। विभागीय लापरवाही पर क्षेत्र वासियों ने आक्रोश जताया। एक तो बारिश में पहाड़ पर सड़़कों का वैसे ही बुरा हाल है। ऊपर से विभागीय लापरवाही ने करेला नीम पर चढ़ा वाला हाल करके रख दिया है। सही मायने मे मोटर मार्ग की मरम्मत कर उसे बारिश से पहले ठीक कराया जाना चाहिए था। पर विभागीय लीपापोती के चलते उस टूटे मार्ग पर मिट्टी डाल दी गई। इससे वह दलदल का रूप ले लिया। बारिश में मिट्टी में वाहन फंसने लगे, जिससे लोग गुस्साए हुए हैं।

रानीखेत-खैरना स्टेट हाईवे पर तिपौला के समीप मोटर मार्ग के खाई में समाने के बाद विभाग ने लोडर मशीन की मदद से पहाड़ी की कटिंग कर उसे चौड़ा कर दिया था। रोड पर मिट्टी डाल दी गई। देर रात भतरौजखान से हल्द्वानी की ओर जा रहे ट्रक का पहिया मलबे में धंस गया। इससे मार्ग पर आवाजाही ठप हो गई। विभागीय अधिकारियों को भी सूचना दी गई। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे के आसपास बमुश्किल यातायात सुचारू हुआ। कई ग्रामीणों ने पैदल ही दूरी नापी, जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

80 किमी की अतिरिक्त दूरी तय कर मंडी पहुंचे वाहन

गुरुवार रात रोड बंद होने के बाद किसानों को अधिक परेशानी उठानी पड़ी। गांवों से गोभी व शिमला मिर्च के वाहन सब्जी लादकर हल्द्वानी की ओर रवाना हुए। तिपौला के समीप रोड बंद होने से वाहन लगभग 80 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय कर हल्द्वानी मंडी पहुंचे। दूध का वाहन भी मार्ग पर घंटों फंसा रहा।

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