India-Nepal Joint Exercise : मित्र राष्ट्र नेपाल के जवानों को युद्ध कौशल सिखाएगी भारतीय सेना
India-Nepal Joint Exercise मित्र राष्ट्र नेपाल में चीन समर्थित केपी शर्मा ओली के प्रधानमंत्री पद से हटने का सकारात्मक बदलाव भारत-नेपाल संबंधों पर दिखने लगा है। दोनों देशों के मध्य एक वर्ष से रुका संयुक्त सैन्य अभ्यास भी सोमवार से पिथौरागढ़ में शुरू होने जा रहा है।
अभिषेक राज, हल्द्वानी : India-Nepal Joint Exercise : मित्र राष्ट्र नेपाल में चीन समर्थित केपी शर्मा ओली के प्रधानमंत्री पद से हटने का सकारात्मक बदलाव भारत-नेपाल संबंधों पर दिखने लगा है। सीमा विवाद सुलझाने के लिए बातचीत का रास्ता निकलने के बाद अब मिशन सूर्य किरण के तहत दोनों देशों के मध्य एक वर्ष से रुका संयुक्त सैन्य अभ्यास भी सोमवार से पिथौरागढ़ में शुरू होने जा रहा है। इसमें नेपाल की ओर से शामिल 300 सैनिक भी शनिवार को पिथौरागढ़ पहुंच गए हैं। भारत से करीब 350 जवान अभ्यास में शामिल होंगे।
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद बदले हालात के मद्देनजर इस अभ्यास को रक्षा विशेषज्ञ अहम मान रहे हैं। इसमें भारतीय सेना नेपाली जवानों को दुश्मनों को मात देने का तरीका सिखाएगी। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में आपरेशन का अनुभव साझा करेगी। सीमावर्ती क्षेत्रों की निगरानी के साथ ही इंटेलिजेंस इनपुट, आतंकी गतिविधियों की निगरानी में आधुनिक उपकरणों के बारे में भी बताएगी।
ऐसा पहली बार होगा
भारत-नेपाल की खुली सीमा की निगरानी की योजना पर चर्चा नेपाल में मौजूद अलकायदा के स्लीपर सेल का चिन्हीकरण सीमा पर आतंकी गतिविधियों पर जानकारी साझा करने की तकनीकचीन, अमेरिका के साथ भी अभ्यास
नेपाली सेना के प्रवक्ता संतोष बल्लभ पौडेल ने ट्वीट कर शुक्रवार को जानकारी दी कि भारत के बाद नेपाली सेना चीन, अमेरिका और ब्रिटेन के साथ भी युद्धाभ्यास करेगी। फिलहाल अभी कोई तिथि निर्धारित नहीं है।
नवंबर 2020 से जताई जा रही थी उम्मीद
भारत-नेपाल रिश्तों के जानकार मेजर बीएस रौतेला बताते हैं कि लिपुलेख और गर्बाधार मार्ग के निर्माण के बाद जिस तरह से नेपाल का रुख भारत के प्रति बदला उस बीच संयुक्त युद्धाभ्यास की चर्चा भी बेमानी थी। नेपाल दोस्ती का रिश्ता छोड़ दुश्मन की तरह व्यवहार कर रहा था। इसके बाद भी भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने पांच नवंबर 2020 को नेपाल का दौरा किया। तभी से संयुक्त युद्धाभ्यास की उम्मीद जताई जा रही थी। लेकिन नेपाली प्रधानमंत्री ओली के हठ और बाद में कोरोना के कारण यह संभव नहीं हो सका। सोमवार को जब दोनों देशों के जवान एक साथ मैदान में उतरेंगे तो नेपाल को बहुत कुछ सीखने और समझने में मदद मिलेगी।
आतंक के खिलाफ नेपाल को लड़ाई में मिलेगी मदद
नेपाली मामलों के जानकार यशोदा श्रीवास्तव बताते हैं कि हाल के दिनों में जिस तरह से नेपाल में अलकायदा के स्लीपर सेल माड्यूल सामने आए हैं, उससे आतंक को लेकर वहां अंदरखाते चिंता बढऩे लगी। काठमांडू के साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में तेजी से बढ़े रोहिंग्या बस्तियों से भी नेपाली सुरक्षा एजेंसियां चिंतित हैं। इसे लेकर समय-समय पर अभियान भी अब चल रहा है। इस बीच भारत के साथ युद्धाभ्यास में नेपाली विशेष सैन्य दल के 300 जवान आतंकी गतिविधियों के नियंत्रण की जानकारी भी हासिल करेंगे। इससे नेपाल में होने वाली घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।
सीमा पर नेपाल के जवानों का कोविड टेस्ट
सूर्य किरण सैन्य अभ्यास के लिए नेपाल सेना के कर्नल विजय बसनेत के नेतृत्व में 300 जवान शनिवार को पिथौरागढ़ पहुंच गए हैं। बनबसा में भारत-नेपाल सीमा के सात नंबर पिलर पर आठ जेकलाई रेजीमेंट के कर्नल नितिन कुमार ने नेपाल के जवानों का स्वागत किया। भारतीय सेना की मेडिकल टीम ने नेपाली जवानों की कोविड जांच की। यहां से भारतीय बसों में जवानों को पिथौरागढ़ के लिए रवाना किया गया।