सैन्य बाहुल्य चम्पावत में अभी तक नहीं खुल पाई एनसीसी बटालियन, विद्यार्थी कई बार कर चुके मांग
जिले में 63 राजकीय इंटर कॉलेज समेत 105 राजकीय हाईस्कूल हैं जहां हजारों छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इसके अलावा सात राजकीय महाविद्यालय तथा दर्जनों प्राईवेट इंटर कॉलेज हैं। छात्र-छात्राएं जूनियर एवं सीनियर डिवीजन एनसीसी में शामिल होना चाहते हैं इसके लिए वह लंबे समय से मांग भी करते आ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : सैनिक बाहुल्य सीमावर्ती एवं सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण चम्पावत जिले में अभी तक एनसीसी बटालियन का कार्यालय नहीं खुल पाया है। जबकि जिले की स्थापना हुए चौबीस वर्ष हो चुके हैं। यहां के छात्र और अभिभावक बटालियन स्थापित करने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। पिछले दिनों चम्पावत में इसके लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया।
जिले में 63 राजकीय इंटर कॉलेज समेत 105 राजकीय हाईस्कूल हैं जहां आठवीं से लेकर बारहवीं कक्षाओं में हजारों छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इसके अलावा सात राजकीय महाविद्यालय तथा दर्जनों प्राईवेट इंटर कॉलेज हैं। यहां के छात्र-छात्राएं जूनियर एवं सीनियर डिवीजन एनसीसी में शामिल होना चाहते हैं, इसके लिए वह लंबे समय से मांग भी करते आ रहे हैं। एनसीसी के बी एवं सी सार्टिफिकेट का काफी महत्व होने के कारण छात्र-छात्राएं एनसी सी को अपने कैरियर से भी जोडऩा चाहते हैं। वर्तमान में लोहाघाट पीजी कॉलेज समेत जीआईसी, जीजी आईसी, राजीव नवोदय, राजकीय पॉलीटेक्निक, जी आईसी पाटी, चम्पावत एवं यूनिवर्सल कांवेंट पब्लिक स्कूल में भी एनसीसी की सुविधा है।
जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, पूर्व जिपं सदस्य सचिन जोशी, नगर पंचायत के चैयरमैन गोविन्द वर्मा ने छात्र-छात्राओं के व्यापक हित एवं सेना में भर्ती होने के जिले में एनसीसी बटालियन स्थापित करने की मांग की है। ताकि यहां के छात्र-छात्राएं अपने पाल्यों को एनसीसी से जोड़कर अपना भविष्य सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने इस संबंध में क्षेत्रीय सांसद को भी ज्ञापन दिया है। एक माह पूर्व चम्पावत महाविद्यालय और पूरे नगर मे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष गौरव पांडेय के नेतृत्व में एनसीसी बटालियन खोलने के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया। पिछले दिनों छात्रों ने सांसद अजय टम्टा से मुलाकात कर उन्हें हस्ताक्षर पत्र सौंपा और एनसीसी बटालियन न होने से हो रहे नुकसान की जानकारी दी।
सांसद अजय टम्टा ने बताया कि चम्पावत जिले में एनसीसी बटालियन न होने से छात्र-छात्राओं को वास्तव में नुकसान हो रहा है। जिला सैनिक बाहुल्य होने के साथ नेपाल सीमा से लगा हुआ है। यहां बटालियन की नितांत आवश्यकता है। एनसीसी बटालियन खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। उम्मीद है कि जल्दी ही जिले के छात्रों को खुशखबरी मिल जाएगी।