किसान आंदोलन के दौरान ट्रैक्‍टर पलटने से नवरीत की मौत, काश लौट गया होता आस्‍ट्रेलिया

गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली की सीमा पर नए कृषि कानून के खिलाफ ट्रैक्टर रैली के दौरान कई जगह किसान आंदोलन बेकाबू हो गया। जगह-जगह हिंसक घटनाएं हुईं। इस दौरान रुद्रपुर से सटे रामपुर बिलासपुर के डिबडिबा निवासी 26 साल के नवरीत पुत्र साहब सिंह की जान चली गई।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 09:45 AM (IST) Updated:Wed, 27 Jan 2021 09:45 AM (IST)
किसान आंदोलन के दौरान ट्रैक्‍टर पलटने से नवरीत की मौत, काश लौट गया होता आस्‍ट्रेलिया
किसान आंदोलन के दौरान ट्रैक्‍टर पलटने से नवनीत की मौत, काश लौट गया होता आस्‍ट्रेलिया

रुद्रपुर, जागरण संवाददाता : गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली की सीमा पर नए कृषि कानून के खिलाफ ट्रैक्टर रैली के दौरान कई जगह किसान आंदोलन बेकाबू हो गया। जगह-जगह हिंसक घटनाएं हुईं। इस दौरान रुद्रपुर से सटे रामपुर, बिलासपुर के डिबडिबा निवासी 26 साल के नवरीत पुत्र साहब सिंह की जान चली गई।

वह घर का एकलौता बेटा था। उसकी एक बहन मन्नत दीप कौर है। इस घटना की खबर से मृतक के घर में कोहराम मचा हुआ है। नाते रिश्तेदार और ग्रामीण घर में जुटना शुरू हो गए हैं। नवरीत आस्‍ट्रेलिया रहता था। जहां उसने शादी भी कर ली है। अब वह जाने की तैयारी कर रहा था। पर होनी को तो कुछ और ही मंजूर था। 

मृतक के पिता साहब सिंह ने बताया कि नवरीत पढ़ाई के लिए ऑस्ट्रेलीया गया था। इस दौरान उसने वहीं पर दो साल पहले शादी की थी। उसकी पत्नी मनशीत कौर ऑस्ट्रेलिया में ही रहती है। शादी के कुछ माह बाद वह वापस बिलासपुर अपने घर आया लेकिन इसके बाद कुछ कारणों से ऑस्ट्रेलिया नहीं जा पाया था, फिलहाल वह वहां जाने की तैयारी कर रहा था।

स्वजनों के मुताबिक वह इससे पहले भी दो बार किसानों के आंदोलन में गया था। बता दें कि दिल्‍ली में चल रहे किसानों के विरोध में प्रदर्शन में शामिल होने के लिए उत्‍तारखंड से बड़ी आबादी में किसान गए हैं। खासकर तराई-भाबर में सिख समुदाय की आबादी अच्‍छी खासी है। ऐसे में यहां के किसान आंदोलन में भढ़चढकर अपनी भागीदारी दर्ज करा रहे हैं।

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