कोविड के बाद अब आपदा के कारण चौपट हुआ नैनीताल का पर्यटन कारोबार
आपदा भले ही नैनीताल के समीपवर्ती क्षेत्रों में आई हो लेकिन उसका दंश यहां के पर्यटन व्यवसाय को भुगतना पड़ रहा है। केदारनाथ आपदा के दौरान भी यही हुआ और पिछले दिनों आई आपदा के बाद भी यही स्थिति देखने को मिल रही है।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : आपदा भले ही नैनीताल के समीपवर्ती क्षेत्रों में आई हो, लेकिन उसका दंश यहां के पर्यटन व्यवसाय को भुगतना पड़ रहा है। केदारनाथ आपदा के दौरान भी यही हुआ और पिछले दिनों आई आपदा के बाद भी यही स्थिति देखने को मिल रही है। जिसके चलते नैनीताल का पर्यटन कारोबार फिर से चौपट हो चला है।
लॉकडाउन के दो साल बाद यह पहला मौका आया था, जब नगर का पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटता दिख रहा था। दशहरा सीजन के दौरान पर्यटकों की भारी आमद होने के कारण होटल कारोबारियों ने कमरों के फुल रेट लेने शुरू किए थे। चार दिन अच्छा कारोबार चला था, लेकिन अचानक बेमौसम बारिश ने अपना रौद्र रूप दिखाया और पर्वतीय क्षेत्र में कई स्थानों पर दर्जनों लोग काल कलवित हो गए।
इधर मूसलधार बारिश से नैनीताल की नैनी झील ओवरफ्लो होने लगी और झील का पानी दुकानों और लोगों के घरों में घुस गया। साथ ही कुछ स्थान पर भूस्खलन हुआ तो सही, लेकिन नगर में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। कई स्थानों पर सड़क टूटने से नैनीताल-हल्द्वानी, कालाढ़ंगी व भवाली मार्ग जरूर बंद हुए जो अब खुल गए हैं।
उधर जनपद के रामगढ़, ओखलकांडा बेतालघाट व भीमताल विकासखंड में आपदा से काफी जनहानि हुई। इंटरनेट व इलेक्ट्रानिक मीडिया में नैनीताल जिले में भारी नुकसान की खबरें प्रसारित होने से पर्यटकों ने नैनीताल की ओर से मुंह मोड़ दिया। जिस कारण पर्यटकों ने नैनीताल आना बंद कर दिया और ढर्रें पर आया नगर का पर्यटन एक बार फिर पटरी से उतर गया हैै।
रद होने लगी होटलों की एडवांस बुकिंग
नैनीताल: नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएसन के उपाध्यक्ष दिग्विजय सिंह बिष्ट का कहना है कि इंटरनेट मीडिया और टीवी चैनलों की गलत रिपोर्टिंग के कारण नैनीताल का पर्यटन कारोबार चौपट हो गया है। जिले में कही भी आपदा अथवा हालात बिगडऩे पर उसे नैनीताल से जोड़े जाने से सैलानियों तक गलत सूचना पहुंचती है जिससे सैलानी यहां आने का कार्यक्रम रद कर देते हंै। गलत प्रचार के चलते इस माह की एडवांस बुकिंग कैंसिल हो चुकी है। नवंबर माह की बुकिंग भी कैंसिल होने लगी हैं। पिछले एक सप्ताह से सैलानियों के नहीं आने से नैनीताल के होटल कारोबारियों को 20 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।