पालिका नैनीताल के पास कर्मचारियों को वेतन देने का बजट नहीं, कहीं फीकी न हो जाए दीपावली

नैनीताल नगर पालिका की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। कोविड के बाद से पालिका के वित्तीय संकट ने अब कर्मियों की भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शासन की ओर से मिलने वाली तिमाही ग्रांट का बजट इस माह के वेतन और पेंशन में ही खत्म हो गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 10:02 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 10:02 AM (IST)
पालिका नैनीताल के पास कर्मचारियों को वेतन देने का बजट नहीं, कहीं फीकी न हो जाए दीपावली
पालिका नैनीताल के पास कर्मचारियों को वेतन देने का बजट नहीं, कहीं फीकी न हो जाए दीपावली

नैनीताल, जागरण संवाददाता : वित्तीय संकट से जूझ रही नगर पालिका नैनीताल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कोविड के बाद से पालिका के वित्तीय संकट ने अब कर्मियों की भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शासन की ओर से मिलने वाली तिमाही ग्रांट का बजट इस माह के वेतन और पेंशन में ही खत्म हो गया है। जिस कारण अगले माह वेतन, पेंशन के लिए पर्याप्त नहीं है। वहीं पालिका में लेखा अधिकारी की नियुक्ति नहीं होने से शासन को राज्य वित्त की मांग भी नहीं भेजी जा सकी है। ऐसे में बजट की कमी में कर्मियों की दीपावली कहीं फीकी न रह जाए।

बता दें कि नगर पालिका को लेकब्रिज चुंगी, डीएसए पार्किंग, भवन व सफाई कर समेत अन्य संसाधनों से सालाना करीब सात करोड़ की आमदनी होती है। इस बजट का प्रयोग शहर के विभिन्न विकास कार्यो के लिए किया जाता है। जबकि कर्मियों के वेतन, पेंशन और अन्य भुगतानों के लिए पालिका पूरी तरह राज्य वित्त से मिलने वाली ग्रांट पर निर्भर है। पालिका को कर्मियों के वेतन, पेंशन के लिए हर तीन माह में करीब 3.60 करोड़ बजट जारी किया जाता है। इसके विपरीत हर माह कर्मियों के वेतन और पेंशन में करीब 1.60 करोड़ का खर्चा आता है। हर माह करीब 40 लाख अतिरिक्त बजट की भरपाई पालिका द्वारा अन्य मदों से होने वाली आमदनी से की जाती है।

मगर कोविड के चलते बीते वर्ष पार्किंग और लेकब्रिज चुंगी के टेंडर समय से नहीं हो पाए। देरी और दो वर्ष के लिए टेंडर होने से पालिका की आमदनी में एक बार फिर कटौती हो गयी। मगर शासन से मिल रही मासिक ग्रांट से किसी तरह व्यवस्था चल रही थी। अगस्त में नवंबर तक के लिए शासन से बजट भी जारी कर दिया गया। मगर हर माह 40 लाख अतिरिक्त खर्च होने से अक्टूबर माह के वेतन, पेंशन में ही बजट खत्म हो गया। अब नवंबर माह में वेतन भुगतान के लिए पालिका के पास पर्याप्त बजट नहीं है।

वहीं लेखा अधिकारी नहीं होने के कारण राज्य वित्त से बजट की मांग भी नहीं की जा सकी है। जिससे कर्मियों को अगले माह वेतन और दीपावली का बोनस देने का संकट घिर गया है। अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका, नैनीताल अशोक वर्मा ने कहा कि कर्मियों के वेतन और पेंशन में हर वर्ष साढ़े चार करोड़ से अधिक अतिरिक्त भार पड़ रहा है। जल्द बिल भेज कर शासन से बजट की मांग की जाएगी। दीपावली तक ग्रांट आएगी तो कर्मियों को समय से वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा।

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