हफ्ते में दो दिन चेक किया जाएगा नैनीताल का प्रदूषण, पीसीबी को मिली मॉनीटरिंग मशीन लगाने की अनुमति

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नैनीताल में नियमित मॉनीटरिंग की योजना को लेकर प्रस्ताव बनाया था। मुख्यालय से इसे हरी झंडी भी मिल गई है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 11:38 AM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 11:38 AM (IST)
हफ्ते में दो दिन चेक किया जाएगा नैनीताल का प्रदूषण, पीसीबी को मिली मॉनीटरिंग मशीन लगाने की अनुमति
हफ्ते में दो दिन चेक किया जाएगा नैनीताल का प्रदूषण, पीसीबी को मिली मॉनीटरिंग मशीन लगाने की अनुमति

हल्द्वानी, जेएनएन : कोरोना काल ने भले नैनीताल में पर्यटकों की रौनक फीकी कर दी हो लेकिन सामान्य दिनों में यहां खूब चहल-पहल रहती थी। लोगों के अलावा ट्रैफिक का दबाव यहां सुबह से शुरू हो जाता था। जिस वजह शहर के प्रदूषित होने का खतरा भी है। पूर्व में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने यहां नियमित मॉनीटरिंग की योजना को लेकर प्रस्ताव बनाया था। मुख्यालय से इसे हरी झंडी भी मिल गई है। जल्द नगर पालिका के परिसर में एयर क्वालिटी चेक करने वाली मशीन लगने के साथ सेंटर भी बनेगा। संभावना है कि भविष्य में ध्वनि प्रदूषण जांचने को भी यंत्र लगेगा।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय हल्द्वानी के तहत कुमाऊं के पांच जिले नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर और चंपावत आते हैं। मगर वायु प्रदूषण मापने की मशीन सिर्फ हल्द्वानी में आई। मुख्यालय से निर्देश मिलने पर ही कभी-कभार पहाड़ में प्रदूषण की मात्रा को चेक किया जाता है। जबकि पहाड़ पर लगातार वाहनों की आवाजाही बढ़ रही है। भले पर्वतीय इलाकों में फैक्ट्रियों की संख्या बेहद कम है लेकिन वाहनों का धुआं प्रदूषण की बड़ी वजह है।

ऐसे में पीसीबी ने सबसे पहले नैनीताल का प्रस्ताव बनाकर भेजा। क्योंकि, यहां पर्यटकों की आवाजाही होने के साथ वीवीआइपी मूवमेंट के चलते भी यहां लगातार दबाव बढ़ रहा है। पीसीबी के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके चतुर्वेदी ने बताया कि प्रस्ताव पास होने की वजह से जल्द मशीन लग जाएगी। जिसकी कीमत करीब आठ लाख रुपये होगी। मशीन के संचालन को लेकर सप्ताह में दो दिन हल्द्वानी से स्टाफ भेजा जाएगा। नमूनों का परीक्षण हल्द्वानी लैब में होगा।

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