रानीबाग सड़क बंद होने से परेशानी में पहाड़ के काश्तकार, ज्योलीकोट होते हुए हल्द्वानी आने से बढ़ा भाड़ा

रानीबाग पुल के पास सड़क ध्वस्त होने से पहाड़ के किसानों के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है। भवाली से ज्योलीकोट होते हुए हल्द्वानी मंडी पहुंचना महंगाई का सफर साबित हो रहा है। पहले मौसम की मार ऊपर से कोरोना से काश्तकार पहले से मुश्किल में थे।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 04:41 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 04:41 PM (IST)
रानीबाग सड़क बंद होने से परेशानी में पहाड़ के काश्तकार, ज्योलीकोट होते हुए हल्द्वानी आने से बढ़ा भाड़ा
ग्रामीणों की रोजी-रोटी का मुख्य स्रोत सब्जी उत्पादन है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : बारिश से रानीबाग पुल के पास सड़क ध्वस्त होने से पहाड़ के किसानों के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है। भवाली से ज्योलीकोट होते हुए हल्द्वानी मंडी पहुंचना महंगाई का सफर साबित हो रहा है। पहले मौसम की मार, ऊपर से कोरोना के कारण मांग कम होने से काश्तकार पहले से मुश्किल में थे। ऐसे वक्त में सड़क बंद होने से लागत बढ़ गई है।

भीमताल ब्लाक के अलचौना व चाफी क्षेत्र में टमाटर व शिमला मिर्च की खेती होती है। जंगलियागांव व मलुवाताल से रोजाना हरा धनिये की खेप पहुंचती है। ग्रामीणों की रोजी-रोटी का मुख्य स्रोत सब्जी उत्पादन है। काश्तकारों ने बताया कि इस समय हल्द्वानी मंडी में टमाटर की 20 किलो की पेटी 280 से 300 रुपये में बिक रही है। भाड़ा, गत्ते की कीमत, आढ़ती कमीशन आदि के बाद काश्तकार को प्रति पेटी 120 से 150 की बचत हो रही है। रानीबाग सड़क बंद होने से मुनाफा 10 से 15 रुपये कम हो गया है। अलचौना निवासी नवीन चंद्र शर्मा ने बताया कि ज्योलीकोट के रास्ते जाने से सफर 20 किमी लंबा हो गया है।

लोगों ने बताई परेशानी 

पहले रोग लगने से टमाटर की खेती प्रभावित हुई। उत्पादन काफी कम है। इसके बावजूद सही दाम नहीं मिल पा रहा। किसानों के लिए यह मुश्किल घड़ी है।

-कमलेश देवका, निवासी चाफी

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कोरोना काल के चलते किसानों को पहले से ही सब्जियों, फलों का उचित दाम नहीं मिल पा रहा। रानीबाग मार्ग बंद होने से किराए का अतिरिक्त बोझ पड़ा है।

आनंदमणि भट्ट, निवासी अलचौना

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रानीबाग सड़क बंद होने से पहाड़ के फल, सब्जी उत्पादकों को आर्थिक नुकसान हुआ है। बाया भवाली, ज्योलीकोट जाने से मंडी पहुंचने में समय भी अधिक लगेगा।

-प्रेम कुल्याल, निवासी जंगलियागांव

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