नैनीताल में जंगल की आग से बांज के वन बचाने को उतारे मोटरचालित पंप
बताया कि मोटराइज्ड पंप में दो पंप हैं एक हवा और दूसरा पानी फेंकता है। लिहाजा पंप से एकत्रित पत्तियों को हटाया जाए व पानी भी डाला जाए ताकि आग न फैले। किलबरी पंगूठ तथा भवाली रेंज में बांज के जंगल को हर हाल में बचाया जाए।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : दावानल नियंत्रण के लिए वन विभाग ने कसरत तेज कर दी है। फिलहाल उसकी प्राथमिकता बांज के जंगलों को बचाना है। इसके लिए एक दर्जन स्थानों पर आग बुझाने वाले अत्याधुनिक मोटरचालित पंपों की उपलब्धता करा दी गई है।
वन विभाग के नोडल अफसर व अपर प्रमुख वन संरक्षक डा. कपिल जोशी ने नैनीताल में डेरा डाल दिया है। उन्होंने सोमवार को रामगढ़, भवाली, भीमताल में दावानल प्रभावित इलाकों के साथ ही बांज प्रजाति वाले वन रेंज का दौरा किया। उन्होंने बताया कि इनका जंगल बचाना पहली प्राथमिकता है। यहां काउंटर फायर किसी भी दशा में न किया जाए। बताया कि मोटराइज्ड पंप में दो पंप हैं, एक हवा और दूसरा पानी फेंकता है। लिहाजा पंप से एकत्रित पत्तियों को हटाया जाए व पानी भी डाला जाए, ताकि आग न फैले। किलबरी पंगूठ तथा भवाली रेंज में बांज के जंगल को हर हाल में बचाया जाए। उनके साथ मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं तेजस्विनी पाटिल, डीएफओ टीआर बीजूलाल आदि थे।
ग्रामीणों को बांटा पानी व बिस्किट
नोडल अफसर डा. जोशी ने इस दौरान दावानल नियंत्रण में जुटे ग्रामीणों को बोतल बंद पानी व बिस्किट बांटे। साथ ही अधीनस्थ अधिकारियों को हिदायत दी कि आग बुझा रहे ग्रामीणों को घर तक छोड़ा जाए। दावानल नियंत्रण में ग्रामीणों की सहभागिता बढ़ेगी तभी संकट खत्म होगा। उन्होंने अगले दो दिन में हालात नियंत्रण में करने का दावा भी किया।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें