कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात मोटाहल्दु निवासी सैनिक का निधन, आज दिल्‍ली से आएगा पार्थिव शरीर

17 कुमाऊं रेजीमेंट की दिल्ली यूनिट में तैनात मोटाहल्दू निवासी सैनिक भाष्कर शर्मा का निधन हो गया। निधन की खबर से स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है। मंगलवार की सुबह उनका पार्थिव शरीर मोटाहल्दू स्थित उनके आवास पर पहुंचेगा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 08:51 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 08:51 AM (IST)
कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात मोटाहल्दु निवासी सैनिक का निधन, आज दिल्‍ली से आएगा पार्थिव शरीर
कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात मोटाहल्दु निवासी सैनिक का निधन, आज दिल्‍ली से आएगा पार्थिव शरीर

लालकुआं, जागरण संवाददाता : 17 कुमाऊं रेजीमेंट की दिल्ली यूनिट में तैनात मोटाहल्दू निवासी सैनिक भाष्कर शर्मा का निधन हो गया। निधन की खबर से स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है। मंगलवार की सुबह उनका पार्थिव शरीर मोटाहल्दू स्थित उनके आवास पर पहुंचेगा।

मोटाहल्दू के जगन्नाथ पुरम व मूल निवासी ग्राम नरतोला तहसील धारी ओखलकांडा निवासी लोकमणि शर्मा के पुत्र भास्कर शर्मा 28 वर्ष 17 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात थे। वर्तमान में उनकी रेजीमेंट लेह में तैनात है। लेकिन भाष्कर शर्मा यूनिट के काम से कुछ समय से दिल्ली में तैनात थे। शनिवार की रात को वह ड्यूटी पर थे। तभी अचानक उनकी तबियत खराब हो गई। साथी सैनिक उन्हें चिकित्सक के पास ले गए। जहां पर उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। सोमवार को दिल्ली में उनके शव का पोस्टमार्टम कराया गया।

इधर भास्कर की मौत से उसके स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है। नौ दिन पूर्व ही वह छुट्टी बिताकर अपनी यूनिट को वापस गए थे। उनका विवाह ढाई वर्ष पूर्व ही हुआ था। उनकी 12 माह की पुत्री मिष्टी है। सैनिक के निधन से उनकी माँ शांति देवी, पिता लोकमणि शर्मा, पत्नी तनुजा व भाई मनोज शर्मा का रो -रो कर बुरा हाल है। भाष्कर मिलनसार स्वभाव के थे। उनके मौत से क्षेत्र में शोक की लहर है।

आज चित्रशिला घाट पर होगा अंतिम संस्कार

सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार सुबह भाष्कर का पार्थिव शरीर उनके मोटाहल्दू स्थित आवास पर पहुंचेगा। जिसके बाद चित्रशिला घाट में सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

बहादुर सैनिक थे भाष्कर

लेह में तैनात 17 कुमाऊं के सूबेदार मेजर देवेंद्र सिंह ने सैनिक भाष्कर के आवास पर पहुंच कर उनके स्वजनों को सांत्वना दी। इस दौरान उन्होने बताया कि भाष्कर काफी बहादुर सैनिक थे। शनिवार शाम को भाष्कर ने दिन भर के कार्यों का विवरण वाट्सएप पर उन्हें भेजा था। सोमवार की सुबह उनके निधन की सूचना मिली। उनके निधन से पूरी यूनिट का गहरा आघात पहुंचा है।

chat bot
आपका साथी