पिथौरागढ़ में दरका पहाड़, दस से अधिक पशु मलबे में दबे, तीन ग्रामीणों ने भागकर बचाई जान

पिथौरागढ़ जिले के तहसील बंगापानी में प्रकृति का कहर टूटा है। इस बार बिना बारिश के मौसम के ही पहाड़ दरक गया। पहाड़ दरका तो पूरी घाटी गुबार से भर गई।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 01:35 PM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 10:52 AM (IST)
पिथौरागढ़ में दरका पहाड़, दस से अधिक पशु मलबे में दबे, तीन ग्रामीणों ने भागकर बचाई जान
पिथौरागढ़ में दरका पहाड़, दस से अधिक पशु मलबे में दबे, तीन ग्रामीणों ने भागकर बचाई जान

मदकोर्ट (पिथौरागढ़) जेएनएन :  पिथारागढ़ जिले के तहसील बंगापानी के दुर्गम और दूरस्थ तौमिक गांव झापुली तोक में रविवार को बिना बारिश के ही अचानक बस्ती के निकट स्थित एक पहाड़ दरक गया। इस दौरान जंगल में चरने गए दस से बारह जानवर मलबे में दब गए। जानवरों के साथ गए तीन ग्रामीणों ने भाग कर जान बचाई। भागने के दौरान गिरने से उन्हें भी हल्की फुल्की चोट आ गईं। पेयजल लाइन, बिजली पोल ध्वस्त हो चुके हैं। सारे खेत मलबे से पट गए हैं। इस स्थल से स्थित तल्ला झापुली तोक गांव को खतरा पैदा हो गया है।

दोपहर अचानक से दरकने लगा पहाड़

रविवार को इस क्षेत्र में भी जिले के अन्य क्षेत्रों की तरह चटक धूप खिली थी। सब कुछ सामान्य नजर आ रहा था, परंतु झापुली तोक गांव के निकट के पहाड़ के अंदर हलचल चल रही थी। अचानक अपराह्न को तेज आवाज के साथ पहाड़ दरकने लगा। पहाड़ के दरकने से आई आवाज से गांव में भगदड़ मच गई। पहाड़ दरक रहा था और धूल का गुबार उठता हुआ नजर आ रहा था। इस दौरान पहाड़ के आसपास चर रहे दस से बारह जानवर मलबे में दब गए। जानवरों के साथ गए तीन ग्रामीणों ने भाग कर जान बचाई। पहाड़ से गिरे मलबे से सारे खेत पट चुके हैं। पेयजल लाइन और बिजली के पोल ध्वस्त हो चुके हैं। गांव की जलापूर्ति ठप है।

दस से अधिक परिवारों को खतरा

इस स्थल से कुछ मीटर नीचे स्थित तल्ला झापुली तोक को खतरा पैदा हो गया है। इस तोक में दस से अधिक परिवार निवास करते हैं। ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। बिना बारिश के ही पहाड़ दरकने से ग्रामीण खौफ में हैं।

गांव निवासी कृष्ण सिंह ने तहसील प्रशासन को सूचना देते हुए राजस्व दल को गांव में भेजने की मांग की है। राजस्व दल द्वारा मौका मुआयना करने के बाद ही वास्तविक स्थिति का पता चलेगा। ग्रामीणों ने खतरे में आए परिवारों को सुरक्षित स्थान पर रखने की मांग की है।

मदकोट से लगभग 16 किमी की दूरी पर है झापुली गांव

तौमिक का झापुली गांव मदकोट से लगभग 16 किमी की दूरी पर स्थित है। यह पूरा क्षेत्र भूगर्भीय दृष्टि से अति संवेदनशील है। प्रतिवर्ष मानसून काल में यहां पर भूस्खलन की घटनाएं घटती हैं। पूर्व में भी इस तरह की घटनाएं घट चुकी हैं। तहसील मुख्यालय राजस्व टीम गांव को रवाना हो चुकी है।

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