बारिश से थमी रोडवेज बसों की रफ्तार, तीन दिन में 20 से अधिक बसें हुई लेट

मानसून के सक्रिय होने से पहाड़ तो परेशान है ही रोडवेज को भी दिक्कत होने लगी है। सवारियों की कमी के साथ लगातार हो रही बारिश से बसों की रफ्तार ही थमने लगी है। पिथौरागढ़ चम्पावत अल्मोड़ा व चौखुटिया रूट की बसें एक से तीन घंटे लेट हो रही हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 02:44 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 02:44 PM (IST)
बारिश से थमी रोडवेज बसों की रफ्तार, तीन दिन में 20 से अधिक बसें हुई लेट
बारिश से थमी रोडवेज बसों की रफ्तार, तीन दिन में 20 से अधिक बसें हुई लेट

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : मानसून के सक्रिय होने से पहाड़ तो परेशान है ही, अब रोडवेज को भी दिक्कत होने लगी है। सवारियों की कमी के साथ लगातार हो रही बारिश से बसों की रफ्तार ही थमने लगी है। पिथौरागढ़, चम्पावत, अल्मोड़ा व चौखुटिया रूट की बसें एक से तीन घंटे लेट हो रही हैं। ऐसे में बसों का संचालन प्रभावित होने के साथ सवारियां भी परेशान हो रही हैं। दिक्कत बस इतनी ही नहीं है। असल में रोडवेज के पास पर्वतीय रूटों पर चलने वाली बसों का भी टोटा है। इसलिए ज्यादा भाड़े में टैक्सियों का सफर करना पड़ रहा है। क्योंकि, केमू का संचालन अभी पूरी तरह नहीं हो सका। वह सीमित संख्या में बसों को पहाड़ पर चला रहा है।

मानसून सीजन की दस्तक हर साल पहाड़ पर आपदा बनकर आती है। जगह-जगह दरकती पहाडिय़ों और भूस्खलन के कारण लोगों को संकट का सामना करना पड़ता है। दिक्कत तब ज्यादा बढ़ती है जब सड़कों की स्थिति खराब होने लगती है। तीन दिनी बारिश के कारण पहाड़ पर एक दर्जन से अधिक मार्ग बंद हो गए थे। जिन्हें खोलने में लोनिवि को व स्थानीय प्रशासन को घंटों मशक्कत करनी पड़ी। ऐसे में रोडवेज की गाडिय़ां भी कई जगहों पर फंस गई। हल्द्वानी स्टेशन के इंचार्ज रवि शेखर कापड़ी ने बताया कि पिथौरागढ़ समेत अन्य रूटों पर बसों को इस वजह से आने-जाने में देरी हो गई। हालांकि, चालक-परिचालकों से कहा गया है कि कच्ची सड़कों पर गाड़ी न डाले। यात्रियों की सुरक्षा का खास ध्यान रखें।

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