Encounter In Sitarganj : तराई के जंगल को अपना ठिकाना बनाना चाहते थे यूपी के बदमाश
Encounter In Sitarganj ऊधमसिंहनगर जिले के सितारगंज से सटे जंगल में हुई मुठभेड़ ने एक बार फिर साबित किया है कि तराई का मैदान अपराधियों के लिए सबसे सुरक्षित पनाहगाह साबित हो रहा है। उत्तर प्रदेश के बदमाशों की मौजदूगी ने तराई की संवदेशीलता को फिर जाहिर किया है।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : Encounter In Sitarganj : ऊधमसिंहनगर जिले के सितारगंज से सटे जंगल में हुई मुठभेड़ ने एक बार फिर साबित किया है कि तराई का मैदान अपराधियों के लिए सबसे सुरक्षित पनाहगाह साबित हो रहा है। काशीपुर में पंजाब के कुख्यात अपराधियों से मुठभेड़ के बाद उत्तर प्रदेश के बदमाशों की मौजदूगी ने तराई की संवदेशीलता को फिर जाहिर किया है। तराई के जंगल के आसपास के गांवों में रुतबा दिखाने के लिए यूपी के बदमाश निरंतर आ रहे थे। वह ग्रामीणों को परेशान करने के साथ-साथ यहां की लड़कियों से भी छेड़छाड़ करते थे। चार दिन पहले नलही साधूनगर के जंगल में रुतबा दिखाने के लिए उन्होंने फायरिंग की थी। किसी ने फायरिंग की वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया में वायरल कर दिया। जिसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई। आरोपितों पर नजर रखने के लिए पुलिस की टीमें बनाई गईं। मुठभेड़ में पुलिस के हत्थे दो आरोपित पकड़े चढ़ । जबकि तीन भाग गए।
फायरिंग का वीडियो वायरल होने पर पुलिस अलर्ट
यूएस नगर की सीमा से लगे उत्तर प्रदेश के जिलों के कुछ बदमाश व स्थानीय जंगल में पैठ बनाने लगे। जंगल में शराब पीते थे और आसपास के गांवों में छेड़छाड़ व मारपीट भी करते थे। इसे लेकर कई बार ग्रामीणों व युवकों के बीच कहासुनी भी हो चुकी थी। मामला बढऩे पर ग्रामीणों पर अपना दबदबा बनाने के लिए करीब चार दिन पहले नलही साधूनगर के जंगल में शराब पीकर युवकों ने फायरिंग कर दी। इस वारदात की किसी ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दी। वीडियो देख सितारगंज पुलिस सक्रिय हो गई। एसएसआइ सुधाकर जोशी टीम के साथ नजर रखने लगे। सोमवार को सूचना मिली की जंगल में किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। इस पर पुलिस ने नाकेबंदी कर बदमाशों को पकडऩे गई तो बदमाशों ने पुलिस पर फायर झोंक दिए। हालांकि इससे पुलिस बाल बाल बच गई।
जंगल में अपना गढ़ बनाना चाहते थे बदमाश
पुलिस सूत्र के मुताबिक बदमाश जंगल में अपना गढ़ बनाना चाहते थे कि यदि कोई चोरी व अन्य घटना को अंजाम देकर जंगल में छिप जाए, मगर दबंगई के चक्कर में आरोपित पुलिस के हत्थे चढ़ गए। एसएसआइ सुधाकर जोशी ने बताया कि चार दिन पहले जंगल में फायरिंग का वीडियो वायरल हुआ था, उसी आधार पर इन पर नजर रखी जा रही थी। इसलिए आरोपितों को असलहे के साथ पकड़ लिया गया। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ जानलेवा हमले समेत कई संगीन धाराओं में केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया। तीन बाइक, दो तमंचे व कारतूस बरामद कर लिए। गिरफ्तार बदमाशों ने अपना नाम ग्राम पहसैनी निवासी कुलदीप सिंह व टीला नंबर चार थाना हजारा जिला पीलीभीत निवासी लखविंदर सिंह बताया। आरोपितों के साथी बिचुवा थाना नानकमत्ता निवासी हरजिंदर सिंह उर्फ मिंदर, पहसैनी गांव निवासी हरजिंदर उर्फ जिंदर व राजदीप उर्फ राजा फरार हैं।
भागने की बजाय शुरू कर दिए फायरिंग
कोतवाल प्रकाश सिंह दानू ने बताया कि बदमाशों की धर-पकड़ के लिए पुलिस की तीन टीमों का गठन कर एसएसआइ सुधाकर जोशी अगुवाई में रंसाली जंगल से सटे नलई व बिजराटा आदि गांवों की ओर रवाना कर दिया। एसएसआइ जोशी ने अतिरिक्त पुलिस बल के साथ योजना बनाकर गांव नलई में नदी किनारे टयूबवेल के पास दबिश देकर असलहाधारी बदमाशों को घेर लिया। जैसे ही बदमाशों की नजर पुलिस टीम पर पड़ी तो वह बाइकें छोड़ असलहे निकालकर पुलिस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। इस बीच करीब चार राउंड फायरिंग से बचने के बाद पुलिस ने दो बदमाशों को धर दबोचा। बदमाशों से पुलिस की गुत्थम गुत्था भी हुई। जिसमें बदमाशों ने कांस्टेबल संजय के सिर पर तमंचे की बट से प्राण घातक हमला कर दिया।