अवैध खनन रोकने गए रेंजर के प्राइवेट वाहन पर खनन ट्रासपोर्टरों ने किया हमला, भागकर बचाई जान

रानगर में खड़ंजा गेट पर अवैध खनन रोकने गए रेंजर के प्राइवेट वाहन पर खनन ट्रासपोर्टरों ने पत्थरों से हमला कर दिया। रेजर अपने स्टॉफ के साथ किसी तरह जान बचाकर वहां से निकले।

By Edited By: Publish:Thu, 14 May 2020 01:30 AM (IST) Updated:Thu, 14 May 2020 07:44 AM (IST)
अवैध खनन रोकने गए रेंजर के प्राइवेट वाहन पर खनन ट्रासपोर्टरों ने किया हमला, भागकर बचाई जान
अवैध खनन रोकने गए रेंजर के प्राइवेट वाहन पर खनन ट्रासपोर्टरों ने किया हमला, भागकर बचाई जान

रामनगर, जेएनएन : रानगर में खड़ंजा गेट पर अवैध खनन रोकने गए रेंजर के प्राइवेट वाहन पर खनन ट्रासपोर्टरों ने पत्थरों से हमला कर दिया। रेजर अपने स्टॉफ के साथ किसी तरह जान बचाकर वहां से निकले। आरोप है कि हमलावरों ने काफी दूर तक उनके वाहन का पीछा भी किया। इस मामले में पुलिस को तहरीर दी गई है।

रोस्ते में ट्रांसपोर्टरों ने रेंजर को घोरा

बुधवार को तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ हिमाशु बागरी के निर्देश पर रामनगर के रेजर हरेद्र रावत अपने स्टाफ के साथ प्राइवेट काली रंग की स्कार्पियो व दो अन्य विभागीय वाहनों से अवैध खनन रोकने के लिए कोसी नदी में गए थे। नदी क्षेत्र से दो वाहन पकड़ने के बाद रेजर हरेंद्र रावत कोसी नदी के खड़ंजा गेट पर पहुंचे। इस बीच बिना टोकन का एक डपर खड़ंजा गेट पर पकड़ा गया। दो विभागीय वाहनों में मौजूद कर्मचारी पकड़े गए वाहनों को रामनगर ला रहे थे। इसी बीच पापड़ी क्षेत्र में कुछ खनन ट्रासपोर्टरों की रेजर हरेद्र रावत व उनके चालक से कहासुनी हो गई। इस पर खनन ट्रासपोर्टरों ने रेजर के वाहन को घेर लिया।

अचानक शुरू कर दिया पथराव

रेंजर का वाहन घेरने के बाद कुछ लोगों ने उनके वाहन पर पथराव कर दिया, जिससे उनके वाहन का आगे का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। रेजर अपने स्टाफ के साथ वहा से जान बचाकर निकले तो खनन ट्रासपोर्टरों ने उनके वाहन का काफी दूर तक पीछा भी किया। इधर डीएफओ हिमाशु बागरी ने बताया कि इस मामले में रेंजर के चालक परमिंदर सिंह की ओर से पुलिस में करीब 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी गई है। फिलहाल मामला दर्ज नहीं हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

यह भी पढें 

प्रवासियों के लौटने के साथ संक्रमण के मामले बढ़े, अल्मोड़ा जिले में दूसरा पॉज‍िट‍िव मिला 

अपने नागर‍िकों को नहीं ले रहा नेपाल, उत्‍तराखंड सरकार पर पड़ रहा है लाखों का बोझ 

chat bot
आपका साथी