जनपद में दुग्ध संघ फैलाएगा आंचल दूध का जाल, टनकपुर व देवीधुरा में भी पर्वतीय क्षेत्र के दूध की होगी बिक्री

दुग्ध संघ धीरे-धीरे कर जनपद के हर हिस्से तक आंचल दूध पहुंचाने की योजना तैयार कर रहा है। इस क्रम में दुग्ध संघ प्रबंधन ने कई क्षेत्रों में आंचल दूध की सप्लाई शुरू की है। संघ ने टनकपुर व देवीधुरा में भी पर्वतीय दूध पहुंचाना शुरू कर दिया है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 05:36 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 05:36 PM (IST)
जनपद में दुग्ध संघ फैलाएगा आंचल दूध का जाल, टनकपुर व देवीधुरा में भी पर्वतीय क्षेत्र के दूध की होगी बिक्री
प्रबंधन ने धुनाघाट, रीठासाहिब, मंच, खेतीखान, पाटी आदि क्षेत्र में दूध की सप्लाई शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, चम्पावत : चम्पावत दुग्ध संघ धीरे-धीरे कर जनपद के हर हिस्से तक आंचल दूध पहुंचाने की योजना तैयार कर रहा है। इस क्रम में दुग्ध संघ प्रबंधन ने कई क्षेत्रों में आंचल दूध की सप्लाई शुरू की है। जिसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं। वहीं दुग्ध संघ ने टनकपुर व देवीधुरा में भी पर्वतीय दूध पहुंचाना शुरू कर दिया है। अभी तक इन क्षेत्रों में मैदानी क्षेत्र की दुग्ध संघों से दूध व उससे बने उत्पादों की सप्लाई की जाती रही है।

चम्पावत आंचल दुग्ध संघ जनपद में करीब 168 दुग्ध समितियों से दूध एकत्र करता है। उत्पादित दूध का करीब दस प्रतिशत ही दूध की बिक्री अभी तक जनपद में होती थी। बाकी दूध का उत्पाद बनाने के साथ नैनीताल व देहरादून को दूध की सप्लाई की जाती थी। अब दुग्ध संघ आंचल दूध की बिक्री बढ़ाने के लिए जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों में भी दूध की सप्लाई शुरू कर रहा है। जिसके तहत प्रबंधन ने धुनाघाट, रीठासाहिब, मंच, खेतीखान, पाटी आदि क्षेत्र में दूध की सप्लाई शुरू कर दी है। इससे जनपद में करीब दस हजार लीटर दूध की खपत और बढ़ गई है।

जनपद के टनकपुर व देवीधुरा क्षेत्र में खटीमा व लालकुआं दुग्ध संघ से दूध की सप्लाई की जाती थी जबकि बिलिंग चम्पावत दुग्ध संघ द्वारा की जाती थी। जिस कारण जनपद में होने के बाद भी क्षेत्र के लोग पर्वतीय शुद्ध दूध का प्रयोग नहीं कर पाते थे। प्रबंधन ने इसको गंभीरता से लेते हुए इन क्षेत्रों में दूध की सप्लाई शुरू कर दी है। टनकपुर में दो दिन पूर्व तो देवीधुरा में दो माह पूर्व से दूध की सप्लाई हो रही है। चम्पावत से दूध भेजे जाने से लोग जहां पर्वतीय दूध का आनंद नहीं उठा सकेंगे वहीं दुग्ध संघ की बिक्री बढ़ जाएगी और मार्ग में पडऩे वाले अन्य क्षेत्र भी आंचल दूध से लाभान्वित हो सकेंगे। दूध की बिक्री बढऩे पर प्रबंधन को लाभ होगा। जिसका लाभ दुग्ध उत्पादकों को भी दिया जाएगा।

दुग्‍ध संघ के प्रबंधक राजेश मेहता ने बताया कि दुग्ध संघ ने जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों में भी आंचल दूध पहुंचाने की योजना तैयार की है। अब इस क्रम में टनकपुर देवीधुरा के साथ कई क्षेत्रों में दूध की सप्लाई शुरू कर दी है। इससे उन क्षेत्रों के लोग पर्वतीय शुद्ध आंचल दूध का लाभ उठा सकेंगे साथ ही दुग्ध संघ की आय में भी वृद्धि होगी

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी