Uttarakhand Lockdown Day 4 : लॉकडाउन के कारण पिता के अंतिम दर्शन नहीं कर सका फौजी बेटा

पांच कुमाऊं रेजीमेंट के नायक लीलाधर पाठक के पिता नारायण दत्त पाठक 63 का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 28 Mar 2020 08:23 PM (IST) Updated:Sat, 28 Mar 2020 09:59 PM (IST)
Uttarakhand Lockdown Day 4 : लॉकडाउन के कारण पिता के अंतिम दर्शन नहीं कर सका फौजी बेटा
Uttarakhand Lockdown Day 4 : लॉकडाउन के कारण पिता के अंतिम दर्शन नहीं कर सका फौजी बेटा

हल्द्वानी, जेएनएन : पांच कुमाऊं रेजीमेंट के नायक लीलाधर पाठक के पिता नारायण दत्त पाठक 63 का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। लेकिन लॉकडाउन की वजह से नायक लीलाधर पाठक पिता के अंतिम दर्शन को नहीं पहुंच पाए। यही नहीं लोगों ने रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर शवदाह करने की बजाए गांव के पास गौला नदी किनारे चिता लगाई। दाह संस्कार के दौरान लोगों ने फिजिकल डिस्टेंस बनाकर लोगों के संदेश भी छोड़ा।

बिंदुखत्ता के संजय नगर नंबर दो में रहने वाले नायक लीलाधर पाठक वर्तमान में अरुणाचल प्रदेश में तैनात है। उनके पिता नारायण दत्त पाठक गांव में रहते थे। सेवानिवृत्त नायब सूबेदार उमाकांत पाठक ने बताया कि नारायण दत्त पाठक लंबे से बीमार चल रहे थे। शुक्रवार की रात उन्होंने दम तोड़ दिया। नाते-रिश्तेदारों ने इसकी सूचना नायक लीलाधर पाठक को दी। देशकाल परिस्थितियों को देखते हुए नायक लीलाधर ने देशभक्ति को पहले रखा और लॉक डाउन के दौरान घर न आने का निर्णय लिया।

वहीं रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर दाह संस्कार के लिए जाने के दौरान फिजिकल डिस्टेंस बनाने में होने वाली परेशानी को देखते हुए रिश्तेदारों ने गांव के समीप गौला नदी में ही अंतिम संस्कार का निर्णय लिया। नदी किनारे नारायण दत्त पाठक की चिता को मुखाग्नि भाई कैलाश पाठक व गणेश पाठक ने दी। इस दौरान लोगों ने मास्क पहनने के साथ ही फिजिकल डिस्टेंस भी बनाए रखी। दाह संस्कार के दौरान भुवन चंद्र पाठक, भाष्करानंद पाठक, रविंद्र पाठक, भूपेंद्र पाठक, गौरव पाठक, केदार पाठक, प्रमोद कालौनी, ईश्वर सिंह चुफाल आदि मौजूद रहे।

दारोगा सुरेंद्र प्रताप सिंह बिष्ट की नेकी से बलजीत के घर गूंज उठी क‍िलकारी 

भूख से मरने की झूठी खबर सोशल मीडिया पर शेयर करने वाले भाजपा पार्षद पर मुकदमा 

chat bot
आपका साथी