नैथनादेवी मंदिर को पर्यटन सर्किट से जोड़ने के लिए प्रवासियों ने शुरू की पहल

लर्न अर्न और रिटर्न की थीम पर अपनी माटी से पलायन को रोकने के लिए कार्य करेंगे। इसके लिए मंदिर विकास समिति की नई कार्यकारिणी गठित कर गणेश दत्त गौड़ को अध्यक्ष तथा हरीश सिंह रौतेला को महासचिव बनाया गया।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 05:07 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 05:07 PM (IST)
नैथनादेवी मंदिर को पर्यटन सर्किट से जोड़ने के लिए प्रवासियों ने शुरू की पहल
अध्यक्षता आर्यसमाज मंदिर दिल्ली शाखा अध्यक्ष पराशर भूषण ने की।

जागरण संवाददाता, द्वाराहाट (अल्‍मोड़ा) : तहसील के दूरस्थ नैथनादेवी मंदिर के विकास और इसे पर्यटन सर्किट से जोडऩे के लिए प्रवासी लोगों ने नई पहल शुरू कर दी है। लर्न अर्न और रिटर्न की थीम पर अपनी माटी से पलायन को रोकने के लिए कार्य करेंगे। इसके लिए मंदिर विकास समिति की नई कार्यकारिणी गठित कर गणेश दत्त गौड़ को अध्यक्ष तथा हरीश सिंह रौतेला को महासचिव बनाया गया।

गौड़ ने दिल्ली से दूरभाष पर बताया कि नैथनादेवी मंदिर के समीपवर्ती गांवों के प्रवासियों की जनकपुरी (दिल्ली) स्थित राममंदिर में बुधवार को बैठक हुई। मंदिर में करीब निर्माणाधीन हाल सहित अन्य कार्यों की समीक्षा हुई। तय हुआ कि इसके बाद मंदिर परिसर में आवासीय तथा व्यवसायिक भवनों का भी निर्माण होगा। इसके लिए मंदिर विकास समिति का गठन कर गणेश दत्त गौड़ को अध्यक्ष, चतुर सिंह भाकुनी को उपाध्यक्ष, हरीश सिंह रौतेला को महासचिव, प्रयाग दत्त पुरोहित को कोषाध्यक्ष चुना गया।

इसके अतिरिक्त शिव दत्त मिश्रा को सचिव, प्रताप सिंह बिष्ट को सहसचिव तथा पूरन चंद्र मिश्रा को निरीक्षक नियुक्त कर एक सलाहकार समिति भी गठित की गई। अध्यक्षता आर्यसमाज मंदिर दिल्ली शाखा अध्यक्ष पराशर भूषण ने की। इस मौके पर राधे सिंह रावत, ख्याल सिंह पटवाल, जसवंत सिंह रौतेला, संजय पाठक, दान सिंह रौतेला, गौरीशंकर जोशी, हयात सिंह रावत, नारायण दत्त मिश्रा, देव सिंह बिष्ट, दयाधर पाठक  मौजूद रहे। 

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