डिजीलॉकर पर अपलोड मार्कशीट के आधार पर भी एमबीपीजी में मिलेगा प्रवेश
कुमाऊं के सबसे बड़े डिग्री कॉलेज एमबीपीजी में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। प्रवेश को पहुंच रहे विद्यार्थियों की ओरिजनल मार्कशीट कॉलेज में नहीं आने के चलते परेशानी बढ़ रही है। जबकि डिजीलॉकर एप पर मार्कशीट शो हो रही है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कुमाऊं के सबसे बड़े डिग्री कॉलेज एमबीपीजी में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। प्रवेश को पहुंच रहे विद्यार्थियों की ओरिजनल मार्कशीट कॉलेज में नहीं आने के चलते परेशानी बढ़ रही है। जबकि डिजीलॉकर एप पर मार्कशीट शो हो रही है। ऐसे में महाविद्यालय की प्रवेश समिति ने इस संबंध में बैठक कर चर्चा की। डिजीलॉकर के आधार पर प्रवेश देने पर सहमति बन रही है, लेकिन मोबाइल नेटवर्क इस राह में बड़ी बाधा बन रहा है।
कॉलेज में प्रवेश के लिए पहली कटआफ मेरिट लिस्ट जारी की गई है। प्रवेश प्रभारी प्रोफेसर पंकज कुमार ने बताया कि कॉलेज की वेबसाइट पर आवेदन करने के बाद प्रिंट आउट लेकर छात्र-छात्राएं ऑफलाइन वेरीफिकेशन के लिए पहुंच रहे हैं। जहां उनकी मार्कशीट नहीं होने से परेशानी हो रही है। ऐसे में डिजीलॉकर व परिवहन एप पर विद्यार्थियों की मार्कशीट दिखाई दे रही है। यह सुविधा दी गई है कि मार्कशीट का प्रिंटआउट निकालकर उसे कॉलेज या राजपत्रित अधिकारी से सत्यापित कराने के बाद प्रवेश समिति के समक्ष प्रस्तुत करना है। जिसके बाद प्रोविजनल प्रवेश देने की व्यवस्था है।
वहीं कई विद्यार्थी डिजीलॉकर दिखाकर ही वेरीफिकेशन कराना चाह रहे हैं। जिसमें समय अधिक लग रहा है और मोबाइल नेटवर्क भी बाधा बन रहा है। इस संबंध में प्राचार्य बीआर पंत के साथ समिति सदस्यों ने बैठक की। जिसमें डा. शैलजा जोशी, डा. अमित सचदेवा, चारु चंद्र ढौंडियाल, शेखर कुमार आदि मौजूद थे।
131 वेरीफिकेशन, 24 प्रवेश
एमबीपीजी कॉलेज प्रवेश प्रक्रिया में ऑफलाइन वेरीफिकेशन के साथ ही विद्यार्थी फीस जमा कर प्रवेश लेने लगे हैं। शनिवार तक 131 ऑफलाइन वेरीफिकेशन हो गए और 24 ने फीस जमा कर दी है। वहीं, महिला कॉलेज में भी एडमिशन की प्रक्रिया गतिमान है।