कुमाऊं में महज चार अफसरों से ऊपर दो लाख से अधिक बेरोजगारों के रोजगार का जिम्मा
कभी युवाओं के सुनहरे भविष्य की उम्मीद माने जाने वाला सेवायोजन विभाग अब अपने भविष्य बचाने की जुगत में लगा है। आलम ये है कि कुमाऊं में महज चार अफसरों से ऊपर दो लाख से अधिक बेरोजगारों के रोजगार का जिम्मा है।
हल्द्वानी, जेएनएन : कभी युवाओं के सुनहरे भविष्य की उम्मीद माने जाने वाला सेवायोजन विभाग अब अपने भविष्य बचाने की जुगत में लगा है। आलम ये है कि कुमाऊं में महज चार अफसरों से ऊपर दो लाख से अधिक बेरोजगारों के रोजगार का जिम्मा है। एक-एक अफसर को एक साथ कई दूसरे जिले भी देखने पड़ रहे हैं। वहीं, सरकार पिछले 20 साल से रोजगार का ढि़ंढोरा तो खूब पीटती आई है लेकिन विभागीय ढांचा 20 साल से तैयार नहीं कर सकी है। यदि यही हाल रहा तो वो दिन दूर नहीं जब सेवायोजन विभाग विभाग का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।
सेवायोजन विभाग का अपना ढ़ांचा न होने के कारण बीते एक दशक से न तो विभाग में कोई प्रमोशन हुआ है और न ही सीधी भर्ती हुई है। जिसके चलते विभाग में अफसरों का जबरदस्त टोटा पड़ गया है। अफसरों द्वारा सुझाव दिए जाने के बावजूद विभागीय ढांचे को तैयार करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई गई। ऐसे में कुमाऊं के चार जिलों की जिम्मेदारी एक अफसर के कंधे पर लाद दी गई है। जिसके पास पहले से ही क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी कुमाऊं का भार है। विभाग की इसी अनदेखी के चलते हर साल रोजगार पाने वाले युवाओं की संख्या कम होती चली जा रही है।
17 दफ्तर एक अफसर के जिम्मे
शासन की अनदेखी का नतीजा विभाग के अफसर भुगत रहे हैं। प्रमोशन के नाम पर भले ही कुछ न दिया जाता है लेकिन काम जरूर बढ़ा दिया जाता है। कुमाऊं मंडल के छह जिलों में सेवायोजन कार्यालय, कोचिंग सेंटर समेत 19 दफ्तर संचालित हो रहे हैं। जिनमें से 17 दफ्तर ऐसे हैं जिन्हेंं एक अफसर चला रहा है। पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर में ही सेवायोजन अधिकारी तैनात हैं। नैनीताल जिले में नगर सेवायोजन कार्यालय हल्द्वानी में छह, रामनगर में एक और नैनीताल में चार पद खाली हैं। जिसके चलते विभाग द्वारा आयोजित कराए जाने वाले रोजगार मेले महज खानापूरी बनकर रह जाते हैं।
कहां कितने बेरोजगार
अल्मोड़ा - 36933
नैनीताल - 46588
पिथौरागढ़ - 31853
यूएस नगर - 51431
बागेश्वर - 16803
चम्पावत - 15149