मुख्यमंत्री तक पहुंचा चोरगलिया हाईवे का मामला, सिडकुल व पीडब्‍ल्‍यूडी के अफसर करेंगे मंथन

चोरगलिया हाईवे की बदहाली का मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच चुका है। स्थानीय लोग लंबे समय से सात किमी लंबे हाईवे को ठीक करने की मांग कर रहे थे। जिसके बाद लालकुआं विधायक नवीन दुम्का ने भी प्रयास किए।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 10:45 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 10:45 AM (IST)
मुख्यमंत्री तक पहुंचा चोरगलिया हाईवे का मामला, सिडकुल व पीडब्‍ल्‍यूडी के अफसर करेंगे मंथन
मुख्यमंत्री तक पहुंचा चोरगलिया हाईवे का मामला, सिडकुल व पीडब्‍ल्‍यूडी के अफसर करेंगे मंथन

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : चोरगलिया हाईवे की बदहाली का मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच चुका है। स्थानीय लोग लंबे समय से सात किमी लंबे हाईवे को ठीक करने की मांग कर रहे थे। जिसके बाद लालकुआं विधायक नवीन दुम्का ने भी प्रयास किए। वहीं, अब इस सड़क को ठीक करने के लिए सिडकुल के साथ लोनिवि अफसरों की एक संयुक्त बैठक होगी। 2014 में सात करोड़ में बनी इस सड़क को सुधारने का वर्तमान बजट 19 करोड़ पहुंच चुका है।

चोरगलिया-सितारगंज हाईवे को साल 2015 में सरकार के निर्देश पर सिडकुल ने बनाया था। तब इस काम में सात करोड़ रुपये खर्च हुए थे। ऊधमसिंह नगर से लेकर उत्तर प्रदेश तक के वाहन इस मार्ग से नैनीताल जिले की सीमा में पहुंचते हैं। इसके सिडकुल के सैकड़ों के कर्मचारी रोज इस मार्ग से अप-डाउन करते हैं। वहीं, साल में छह महीने जब खनन सत्र चालू होता है तो उपखनिज भरे वाहन भी इसी से गुजरते हैं। यही वजह है कि सड़क तेजी से उखड़ती चली गई। जिस वजह से कई बार जानलेवा हादसे हो चुके हैं। बारिश के दौरान गड्ढों में जमा पानी सड़क को तालाब में तब्दील कर देता है।

कई बार सिडकुल के अफसरों से गुहार लगाने पर भी सड़क ठीक नहीं की गई तो लोगों ने आंदोलन भी किए। वहीं, नंधौर खनन संघर्ष समिति अध्यक्ष पान सिंह मेवाड़ी हाल में विधायक नवीन दुम्का ने सड़क के मामले को सीएम के समक्ष रखा था। इसलिए शासन स्तर पर बैठक बुलाई जा रही है। बता दें कि सिडकुल अब सड़क को लोक निर्माण विभाग को ट्रांसफर करना चाहता है। लेकिन इसके लिए राजी भी है। लेकिन उसने सर्वे के बाद शर्त रख दी कि नए सिरे से मरम्मत के 19 करोड़ मिलने पर ही वह इसे अपने स्वामित्व में लेगा। जबकि सिडकुल इतने पैसे देने को फिलहाल तैयार नहीं है।

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