अलमोड़ा में लीसा फैक्ट्री में लगी भीषण आग, एक करोड़ के नुकसान का अनुमान

अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी ब्लाॅक के तोली में लीसा फैक्ट्री में आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग की लपटों ने विकराल रूप ले लिया। कुछ दूर आबादी क्षेत्र तक तपिश बढ़ने से भगदड़ मच गई। जिला मुख्यालय से दमकल के तीन वाहन काबू पाने में जुट गए हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 02:26 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 02:26 PM (IST)
अलमोड़ा में लीसा फैक्ट्री में लगी भीषण आग, एक करोड़ के नुकसान का अनुमान
अलमोड़ा में लीसा फैक्ट्री में लगी भीषण आग, एक करोड़ के नुकसान का अनुमान

पनुवानौला (अल्मोड़ा), जागरण संवाददाता : अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी ब्लाॅक के तोली में लीसा फैक्ट्री में आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग की लपटों ने विकराल रूप ले लिया। कुछ दूर आबादी क्षेत्र तक तपिश बढ़ने से भगदड़ मच गई। जिला मुख्यालय से दमकल के तीन वाहन आग पर काबू पाने में जुट गए हैं। भीषण अग्निकांड में बिरोजा व कैमिकल कारखाने में करीब एक करोड़ रुपये का उत्पाद स्वाहा होने का अनुमान है।

जिला मुख्यालय से करीब 25 किमी दूर मनिआगर से लगे तोली क्षेत्र में गिरीश पेटशाली उर्फ गंगू की लीसा कारखाना है। इसमें बिरोजा व कैमिकल प्लांट है। रविवार को कामगार अपनी अपनी इकाई में कार्य कर रहे थे। अंदेशा है कि कैमिकल प्लांट में मशीनों के ओवरहीट होने से चिंगारी उठी। इसी दौरान एक के बाद दूसरा प्लांट आग की चपेट में आ गया। कुछ ही देर लपटें बेकाबू हो गई।

आसमान छूती लपटें व धुएं का गुबार देख पास ही आबादी क्षेत्र में भी हड़कंप मच गया। लपटें इस कदर विकराल रूप ले चुकी थीं कि बसासत तक तपिश महसूस की जाने लगी। हालात बेकाबू होते देख फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। अग्निशमन अधिकारी उमेश चमद्र परगाई ने तीन दमकल वाहन मौके पर भेजे। चारों तरफ से पानी की बौछार की गई। दोपहर तक स्थिति पर नियंत्रण नहीं किया जा सका है। फैक्ट्री स्वामी गिरीश पेटशाली के अनुसार अग्निकांड से बिरोजा व कैमिकल प्लांट में एक करोड़ की क्षति हुई है।

अप्रैल में भी फैक्ट्री में लगी थी आग

इस साल अप्रैल में भी पेटशाल लखुडियार के पास स्थित लीसा फैक्ट्री में आग लग गई थी। तेज हवा चलने के कारण आग पूरी फैक्ट्री में फैल गई थी। मौके पर पहुंची फायर सर्विस की टीम और स्थानीय लोगों के प्रयास से आग बुझाई जा सकी। तब हाल ही में फैक्ट्री में 170 कुंतल लीसा खरीद कर रखा गया था। इसके अलावा लीसा फैक्ट्री में छह हजार लीटर तारपीन तेल रखा था। बताया कि आग की घटना से करीब 20 क्विंटल लीसा और तारपीन तेल के दो ड्रम पूरी तरह जलकर नष्ट हो गए थे। आग से फैक्ट्री का 75 फीसदी हिस्सा जल गया था। तब करीब 10 लाख का नुकसान हुआ था।

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