मल्ली खटोली जूनियर हाईस्कूल भी बंद, शून्य छात्र संख्या के चलते जिले में बंद हो चुके 31 विद्यालय

मुख्य शिक्षाधिकारी आरसी पुरोहित ने बताया कि मल्ली खटोली में तीन बच्चों के पीछे तीन अध्यापक तैनात थे। जो किसी भी तरीके से व्यवहारिक नहीं था। इन बच्चों का प्रवेश चार किमी पहले स्थित तल्ली खटोली स्कूल में प्रवेश कराया कराया जा रहा है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 04 Oct 2021 10:10 PM (IST) Updated:Mon, 04 Oct 2021 10:10 PM (IST)
मल्ली खटोली जूनियर हाईस्कूल भी बंद, शून्य छात्र संख्या के चलते जिले में बंद हो चुके 31 विद्यालय
डीएम के आदेश पर एक और विद्यालय को नजदीकी विद्यालय में मर्ज कर बंद कर दिया।

संवाद सहयोगी, चम्पावत : जिले में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय खोल तो दिए गए लेकिन इन विद्यालयों में छात्र ढूंढे नहीं मिल पा रहे हैं। परिणाम स्वरूप शिक्षा विभाग ने अत्यंत कम छात्र संख्या वाले 31 विद्यालयों को पूरी तरह बंद कर दिया है, जबकि सात विद्यालयों को नजदीकी विद्यालयों में मर्ज किया गया है। सोमवार को विभाग ने डीएम के आदेश पर एक और विद्यालय को नजदीकी विद्यालय में मर्ज कर बंद कर दिया। 

जनता को खुश करने के लिए जिले में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय खोल तो दिए गए लेकिन इन विद्यालयों में अपेक्षा के अनुरूप छात्र संख्या नहीं हो पा रही है। शासन की नीति के अनुरूप शिक्षा विभाग अब तक 10 या उससे कम छात्र संख्या वाले 31 विद्यालयों को बंद कर चुका है तथा सात विद्यालयों को नजदीकी विद्यालयों में मर्ज किया गया है। सोमवार को शिक्षा विभाग ने राउप्रावि मल्ली खटोली को तल्ली खटोली में मर्ज कर विद्यालय को बंद कर दिया है। यहां अध्यनरत तीन बच्चों का दाखिला तल्ली खटोली विद्यालय में कराया जा रहा है। जबकि विद्यालय में कार्यरत तीन अध्यापकों को दूसरे स्कूलों में समायोजित करने की कार्रवाई की जा रही है।

मुख्य शिक्षाधिकारी आरसी पुरोहित ने बताया कि मल्ली खटोली में तीन बच्चों के पीछे तीन अध्यापक तैनात थे। जो किसी भी तरीके से व्यवहारिक नहीं था। इन बच्चों का प्रवेश चार किमी पहले स्थित तल्ली खटोली स्कूल में प्रवेश कराया कराया जा रहा है। साथ ही शिक्षकों को अन्य स्कूलों में समायोजित किया जाएगा। जिन सात विद्यालयों का दूसरे विद्यालय में विलय किया गया है उनमें छह प्राथमिक और एक राउप्रावि है। ये सभी विद्यालय पाटी विकास खंड के हैं। जिन विद्यालयों को विलय किया गया है उनमें राउप्रावि तपनीपाल, राप्रावि पाटी, राप्रावि सिरतोली, राप्रावि पिपलाटी, राप्रावि मडिय़ोली, राप्रावि बु्रशखोला, राप्रावि करौली शामिल हैं। 

छात्र संख्या न होने से बंद किए गए विद्यालय 

विकासखंड चम्पावत : राप्रावि कोटा जमराड़ी, राप्रावि द्योली, राप्रावि ल्वारकी, राउप्रावि मजकुड़ी, राप्रावि डुंगरासेठी, राप्रावि नैनी, राप्रावि बसान, राप्रावि पोलप, राप्रावि लड़ाबोरा, राउप्रावि मल्ली खटोली 

विकास खंड लोहाघाट : राप्रावि कोटला, राप्रावि खुरपाली, राप्रावि भोजनी, राप्रावि खेत, राप्रावि कर्णकरायत, राप्रावि रौटला, राप्रावि खेतसारी

विकास खंड पाटी : राप्रावि गहतोड़ा, राप्रावि मध्यावली, राप्रावि हल्दुवा, राप्रावि सुंदर चौड़, राउप्रावि भोकड़ा, राप्रावि तल्ली लड़ी, राप्रावि सिरना पोखरी, राप्रावि बिनवाल गांव, राजकीय कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय भिंगराड़ा 

विकास खंड बाराकोट : राप्रावि भनार, राप्रावि झिरकुनी, राप्रावि बुरौला, राप्रावि काकड़ पम्दा 

सीईओ आरसी पुरोहित का कहना है कि अत्यंत कम छात्र संख्या वाले जिले के 31 विद्यालयों को पूर्व में बंद कर दिया गया है। जिनमें सात विद्यालयों को उनके नजदीकी विद्यालयों में मर्ज कर छात्रों का दाखिला करा दिया गया है। मर्ज किए गए विद्यालयों के अध्यापकों को उन विद्यालयों में भेजा जा रहा है जहां छात्र संख्या के मानक के अनुरूप शिक्षकों की कमी है। अब राउमावि मल्ली खटोली में पढ़ रहे तीन छात्रों को तल्ली खटोली में प्रवेश करा कर बंद किया जा रहा है।

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