किराए के कमरों में चल रहा है मालधन डिग्री कॉलेज, आठ साल से एक ईंट तक नहीं रखी गई

किराए के कमरों में चल रहे मालधन डिग्री कॉलेज के छात्र-छात्राओं को आज तक भवन नसीब नहीं हो पाया है। आठ साल से आज तक भवन में ईंट तक नहीं लग पाई है। नैनीताल जिले के अंतर्गत 20 हजार आबादी वाले मालधन में डिग्री कॉलेज की समस्या थी।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 09:36 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 01:58 PM (IST)
किराए के कमरों में चल रहा है मालधन डिग्री कॉलेज, आठ साल से एक ईंट तक नहीं रखी गई
किराए के कमरों में चल रहा है मालधन डिग्री कॉलेज, आठ साल से एक ईंट तक नहीं रखी गई

रामनगर, जागरण संवाददाता : किराए के कमरों में चल रहे मालधन डिग्री कॉलेज के छात्र-छात्राओं को आज तक भवन नसीब नहीं हो पाया है। आठ साल से आज तक भवन में ईंट तक नहीं लग पाई है। नैनीताल जिले के अंतर्गत 20 हजार आबादी वाले मालधन में डिग्री कॉलेज की समस्या थी। मालधन गांव के छात्र-छात्राओं को 20 किलोमीटर दूर रामनगर आना जाना पड़ता था।

तत्कालीन कांगे्रस सरकार के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने वर्ष 2013 में मालधन पहुंचकर कालेज बनाने की घोषणा की थी। बहुगुणा के हटने के बाद जब सीएम हरीश रावत बने तो जमीन के अभाव में डिग्री कॉलेज को आईटीआई भवन में किराए में खोला गया। जिस वजह से कॉलेज में बेहतर तरीके से गुणात्मक सुंधार लाने व शैक्षिक सुविधाएं जुटाने में दिक्कत आ रही थी। कॉलेज प्रशासन को भी भवन नहीं होने से कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।

भाजपा की सरकार आई तो विधायक दीवान सिंह बिष्ट की पहल पर शासन ने कॉलेज के लिए गांव में भूमि की कार्रवाई के लिए कहा था। जिसके बाद मालधन में कॉलेज के लिए पांच एकड़ भूमि आवंटित करने का शासनादेश हो गया। जमीन उच्च शिक्षा विभाग के नाम भी हो गई। गांव की पूर्व ब्लाक प्रमुख बसंती आर्य व समाजसेवी महेंद्र आर्य ने बताया कि अब तक भवन में एक ईंट तक नहीं लग पाई है। जिस वजह से छात्र-छात्राओं को पर्याप्त संसाधन नहीं मिल पा रहे हैं।

विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने बताया कि कॉलेज के लिए भूमि मिल चुकी है। उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने 90 लाख रुपये स्वीकृत भी कर दिए हैं। अब चाहरदीवारी बनाने की शुरुआत हो रही है। निर्माण कार्य के लिए सामग्री डाली जा रही है।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी