विकास योजनाओं में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को बनाएं भागीदार : सीडीओ चम्पावत

कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी अधिकारी डा. एमपी सिंह ने बताया कि वर्ष 2020-21 में 69.54 लाख के सापेक्ष 65 लाख रुपये मार्च 2021 तक खर्च कर लिए गए हैं। यह धनराशि पशुपालन उद्यान मत्स्य आदि विभागों को आवंटित की गई है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 05:55 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 05:55 PM (IST)
विकास योजनाओं में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को बनाएं भागीदार : सीडीओ चम्पावत
सीडीओ आरएस रावत ने विकास योजनाओं में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चत करने के निर्देश दिए हैं।

जागरण संवाददाता, चम्पावत : सीडीओ आरएस रावत ने विकास योजनाओं में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चत करने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को आत्मा एवं सांसद आदर्श ग्राम योजना की समीक्षा बैठक में उन्होंने विभागों से रोजगार परक योजनाएं तैयार करने के निर्देश दिए।

कृषि विज्ञान केन्द्र सुई के अधिकारियों द्वारा जिले में कृषि एवं बागवानी तथा उद्यान विभाग में चल रहे रोजगारपरक कार्यक्रमों एवं उनकी प्रगति की जानकारी दी। कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी अधिकारी डा. एमपी सिंह ने बताया कि वर्ष 2020-21 में 69.54 लाख के सापेक्ष 65 लाख रुपये मार्च 2021 तक खर्च कर लिए गए हैं। यह धनराशि पशुपालन, उद्यान मत्स्य आदि विभागों को आवंटित की गई है। जिनके जरिए विभिन्न रोजगारपरक कार्यक्रम चलाए गए हैं। बताया कि ब्लॉक स्तर पर बीटीटी के तहत लगभग छह लाख रुपये खर्च किए गए हैं। विभिन्न विकास खंडों के कृषि अधिकारियों द्वारा बताया गया कि वर्ष 2021-22 के लिए प्रस्तावित कार्ययोजना के लिए लगभग 52 लाख रुपये खर्च करने की योजना है। जिसके तहत कृषक प्रशिक्षण, कृषक भ्रमण, कृषक पुरस्कार, किसान मेला आदि कार्यक्रम सम्पन्न किए जाएंगे।

सीडीओ ने बेरोजगारी उन्मूलन पर जोर देते हुए विभागों से कहा कि सभी कार्यक्रम रोजगारपरक होने चाहिए तथा उनमें महिला स्वयं सहायता समूहों की प्राथमिकता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सेब, अखरोट, कीवी, तेजपात आदि को विशेष प्रोत्साहन देने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। बैठक में मुख्य कृषि अधिकारी राजेंद्र उप्रेती, एपीडी विम्मी जोशी,डीएचओ सतीश कुमार शर्मा, जिला भेषक समन्वयक कमलेंद्र यादव आदि अधिकारी मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी